कर्नाटक में वक्फ विवाद ने हिंसक रूप लिया; हावेरी जिले में पथराव, पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया
Wakf dispute in Karnataka takes violent turn; Stone pelting in Haveri district, police detain 15 people
बेंगलुरु:। कर्नाटक में वक्फ विवाद ने हिंसक रूप ले लिया है। राज्य के हावेरी जिले में भीड़ द्वारा मुस्लिम नेताओं के घरों पर पथराव की खबर है। उन्हें डर है कि वक्फ बोर्ड उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लेगा। पथराव की इस घटना में पांच लोग घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यह घटना बुधवार रात को कडाकोला गांव में हुई थी। भीड़ ने स्थानीय नेता मोहम्मद रफी पर पथराव किया और उनकी बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े कई अन्य नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है।
डिप्टी कमिश्नर विजय महंतेश, एसपी अंशु कुमार श्रीवास्तव और अन्य लोग स्थिति पर नजर रखने के लिए मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पथराव करने वालों की पहचान कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने ग्रामीणों से भी बात की और लोगों को भड़काने वालों का भी पता लगाया।
एसपी ने बताया कि पथराव की सूचना मिली है और इस घटना में पांच लोग घायल हुए हैं। कोई भी व्यक्ति मामला दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आ रहा है। पुलिस घटना के संबंध में स्वतः संज्ञान लेकर मामले दर्ज कर रही है।
पुलिस ने घटना के सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया है। कोई अप्रिय घटना न घटे, यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए हैं। कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की चार टुकड़ियां और 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी गांव में तैनात किए गए हैं। पुलिस ने रूट मार्च भी किया।
डिप्टी कमिश्नर विजय महंतेश ने कहा कि ‘गरदी माने’ संपत्ति को लेकर भ्रम की स्थिति थी। कुछ स्थानीय लोगों ने समाचार पत्रों में इस मामले के बारे में पढ़ा था। उन्हें डर था कि इस संपत्ति को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया जाएगा और इसके बाद उन्होंने पथराव किया। वक्फ बोर्ड गांव में तीन संपत्तियों का मालिक है। जिला प्रशासन की ओर से कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था और उपलब्ध सूची के अनुसार, आगे की कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया था। उन्होंने कहा कि लोगों को डर था कि उनकी संपत्ति को वक्फ संपत्ति के रूप में उल्लेखित कर दिया जाएगा और वे हिंसा पर उतर आए। स्थिति नियंत्रण में है।