कोतवाली के सामने दिनदहाड़े युवक की धारदार हथियार से हत्या

 

 

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम्स

 

 

 

 

बांसडीह (बलिया)। कोतवाली थाने के गेट के सामने शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे गोलगप्पे की दुकान पर मनबढ़ युवाओं के एक गुट ने बीए के छात्र पर धारदार हथियारों से हमला कर हत्या का दिया। छात्र के साथ एक युवक ने बीच बचाव की कोशिश की तो उसे भी घायल कर दिया। घटना से आक्रोशित युवकों ने आरोपियों पर कार्रवाई को लेकर जिला अस्पताल के साथ ही कोतवाली में हंगामा किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया। एसपी देवरंजन वर्मा, एएसपी डीपी तिवारी और अन्य अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीओ के नेतृत्व में कई टीमों के गठन और उनकी जल्द गिरफ्तारी की बात कही। वहीं देर रात इस मामले में दो सिपाही धीरज वर्मा और असलम को एसपी ने निलंबित कर दिया।

कस्बे के वार्ड 11 मिरीगरी टोला निवासी रोहित पांडेय (22) पुत्र दीपन पांडेय किसी कार्य के लिए कोतवाली के पास आए थे। कुछ युवाओं के साथ कोतवाली के सामने गोलगप्पे की दुकान पर खड़े थे। इसी बीच अचानक कुछ मनबढ़ युवक बाइक से आए और धारदार हथियारों से रोहित पांडेय पर हमला कर दिया। लहूलुहान होकर रोहित वहीं, छटपटाने लगा। बीच बचाव में एक युवक शुभम के सिर पर भी चोट लगी थी। इतनी बड़ी वारदात कोतवाली के सामने हो गई और पुलिस कुछ नहीं कर पाई।

 

 

 

हमलावर रोहित को मृत जानकर कस्बे की ओर से भाग निकले। आनन फानन में पहुंची पुलिस ने युवक को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गई, जहां स्थिति गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी है। गहमागहमी को देखते हुए ओक्डेनगंज प्रभारी दलबल के साथ पहुंच गए। उधर, आक्रोशित युवाओं ने कोतवाली में भी हंगामा किया। स्थिति देख कई थानों की फोर्स बुला ली गई। घटना से गुस्साए युवा उपद्रव मचाने लगे और दुकानों को बंद कराने लगे। इस पर पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ दिया।

 

रोहित के बड़े पिता राजेश पांडेय की तहरीर पर रोहित यादव, शेखर यादव, बागी यादव, अंकित यादव, जवाहर गोंड निवासी पिंडहरा, प्रकाश यादव पिडंहरा, निशांत सिंह और कुछ अज्ञात के खिलाफ एफआईआर की गई है।

 

 

 

 

 

 

 

कोतवाली के सामने हत्या ने खड़े किए कई सवाल, भूमिका संदिग्ध

बांसडीह। हत्या के बाद कोतवाली में पहुंचे परिजनों ने पुलिस कई गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने थाने के कुछ सिपाहियों धीरज वर्मा और असलम पर सीधे निशाना साधा। परिजनों को कहना था कि आरोपी कुछ दिनों पहले भी हथियार के साथ हमला करने के लिए आए थे। इसके बाद भी उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कोतवाली के सामने इतनी बड़ी वारदात को होना, स्वयं पुलिसिंग पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है।

 

युवाओं के दो गुटों के बीच पहले से रंजिश थी। उसी को लेकर सुबह एक गुट ने रोहित पांडेय पर जानलेवा हमला किया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जांच में सात-आठ नाम प्रकाश में आए हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए सीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। कुछ सिपाहियों की लापरवाही मिली है। उसकी भी जांच की जा रही है। – देवरंजन वर्मा, एसपी, बलिया

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