सनातन बोर्ड और हिन्दू राष्ट्र हिंदुओं का जन्मसिद्ध अधिकार – हिन्दू महासभा
Sanatan Board and Hindu Rashtra Birthright of Hindus - Hindu Mahasabha
ब्युरोरिपोर्ट:अजय उपाध्याय
नईदिल्ली :अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने भारत का इस्लामीकरण रोकने के लिए सनातन बोर्ड का गठन और भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड और हिन्दू राष्ट्र निर्माण हिंदुओं का जन्मसिद्ध अधिकार है और हिन्दू अपना यह अधिकार लेकर रहेगा।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि कथावाचक द्वारा 16 नवंबर को दिल्ली के यमुनापार में सनातन बोर्ड के समर्थन में आयोजित हिन्दू संसद का अखिल भारत हिन्दू महासभा पूर्ण समर्थन करती है। उनके कार्यक्रम में हिन्दू महासभा शामिल होकर इस अभियान में अपना पूर्ण योगदान देगी।
बी एन तिवारी ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को धर्म के आधार पर देश विभाजन हुआ। मुसलमानों को इस्लामिक राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान मिला और हिंदुओं को हिन्दू राष्ट्र भारत के स्थान पर एक छद्म धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र मिला। छद्म धर्मनिरपेक्षता की आड़ में तत्कालीन कांग्रेस की सरकारों ने वक्फ बोर्ड की आड़ में 1947 के खंडित भारत में एक नया पाकिस्तान बना दिया है। असीमित अधिकारों की आड़ में वक्फ बोर्ड ने अनैतिक रूप से पाकिस्तान के भूभाग से भी अधिक जमीन हड़प ली है।
हिन्दू महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गीता रानी ने कांग्रेस पर हिंदुओं से छल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हिंदुओं को उनके शास्त्र और शस्त्र से विहीन किया। मंदिरों का दान कांग्रेस सरकारों ने हड़पा और हिन्दू संस्कृति को नष्ट करने के निरंतर प्रयास किए। अब अति हो चुकी है और हिन्दू सरकार एकजुट हो चुका है। उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सनातन बोर्ड बनाने और भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग करती है।