प्रधानमंत्री मोदी मिथिला के विकास के लिए दरभंगा आ रहे हैं : संजय सरावगी
Prime Minister Modi is coming to Darbhanga for the development of Mithila: Sanjay Saraogi
दरभंगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा एम्स का शिलान्यास बुधवार को करने बिहार के दरभंगा आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर दरभंगा के शोभन स्थित एम्स निर्माण स्थल पर तैयारी अंतिम दौर में है। कार्यक्रम से पहले जिला प्रशासन और केंद्र से आए अधिकारियों की बैठक हुई है। साथ ही एसपीजी के अधिकारियों ने पूरे इलाको को अपने कब्जे में लेकर निगरानी शुरू कर दी है।प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर कार्यक्रम स्थल पर छह हेलीपैड बनाए गए हैं तथा सात अस्थायी सड़कों का निर्माण कराया गया है। तैयारियों का जायजा लेने कार्यक्रम स्थल पहुंचे भाजपा के नगर विधायक सह सत्तारूढ़ सचेतक संजय सरावगी ने कहा कि दिल्ली के बाद सबसे बड़ा एम्स दरभंगा में बन रहा है। इसके साथ ही दरभंगा को एक रेलवे बाइपास मिल रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी सड़क, पेट्रोलियम, रेल सहित स्वास्थ्य योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे, जिसकी तैयारी अंतिम दौर में चल रही है।उन्होंने पत्रकारों से कहा कि चार दिनों के अंदर इस इलाके का कैसे काया पलट हो गया। ये आप लोग देख ही रहे हैं। मिथिलांचल के लिए 13 नवंबर का दिन बहुत बड़ा होने वाला है। यहां के लोग आतुर हैं, प्रधानमंत्री मोदी की बातों को सुनने के लिए। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा भारत सरकार के मंत्री चिराग पासवान सहित बड़ी संख्या में शीर्ष नेताओं का जमावड़ा हो रहा है।उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल मिथिलांचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। मिथिला के विकास में एम्स का निर्माण मील का पत्थर साबित होगा। इससे पहले भी देश के कई प्रधानमंत्री चुनावी सभा करने आते थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो मिथिला के विकास के लिए आ रहे हैं।बिहार के दूसरे एम्स का निर्माण दरभंगा जिला के शोभन बाइपास में 1,700 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 25 अक्टूबर को ई-टेंडर के माध्यम से निविदा भी निकाली है। बिहार के दूसरे एम्स के भीतर आईसीसीयू, क्रिटिकल केयर आदि विभागों के लिए 175 बेड, सर्जरी, ऑर्थो, ऑपथैल्मोलॉजी विभाग में 120 बेड और मेडिसिन विभाग में 60 और पीडियाट्रिक में 60 बेड, स्त्री एवं प्रसूति विभाग में 75 बेड, डर्मेटोलॉजी में 15 बेडों की व्यवस्था रहेगी।