जीत हसील करने के लिए सभी पार्टियां कर रही है चुनावी मंथन अजित पवार को मुख्यमंत्री प्रस्ताव के लिए नवाब मलिक ने किया सर्थन

All parties are doing electoral churning to win Nawab Malik proposed Ajit Pawar as Chief Minister

रिपोर्ट:रोशन लाल

महाराष्‍ट्र चुनाव उम्‍मीदवार नवाब मलिक ने नारे को पूरी तरह से निरर्थक बताया और राजनीति में धार्मिक नारों की प्रभावशीलता को खारिज कर दिया। इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र के लिए अजित पवार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्‍होंने सवाल किया क्‍यों अजित पवार महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री बन सकते?इसके साथ ही नवाब मलिक ने मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के भीतर आंतरिक प्रतिस्पर्धा की ओर इशारा करते हुए सुझाव दिया कि मौजूदा पद के बजाय एक नया चेहरा अधिक उपयुक्त हो सकता है।बता दें महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर बहस तेज हो गई है, क्योंकि मलिक ने भाजपा के विरोध के बीच अजित पवार का समर्थन किया है। उन्होंने मधु कोड़ा के न्यूनतम विधायी समर्थन के साथ मुख्यमंत्री पद पर पहुंचने के अप्रत्याशित उदाहरण का हवाला देते हुए तर्क दिया कि पवार की उम्मीदवारी प्रशंसनीय है और महाराष्ट्र के लिए संभावित रूप से अधिक फायदेमंद है।एनसीपी के धर्मनिरपेक्ष रुख की नवाब मलिक ने फिर से पुष्टि की, जिन्होंने धर्मनिरपेक्षता और विकास-केंद्रित राजनीति के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने अपनी पार्टी के दृष्टिकोण की तुलना भाजपा के दृष्टिकोण से की, और धार्मिक नारों और विभाजनकारी राजनीति पर भाजपा की निर्भरता की परोक्ष आलोचना की।योगी आदित्यनाथ के नारे पर विवाद ने एनसीपी प्रमुख अजित पवार और पंकजा मुंडे और पूनम महाजन जैसी अन्य राजनीतिक हस्तियों सहित विभिन्न वर्गों से आलोचना की है। नवाब मलिक और अजित पवार ने तक है कि ऐसे नारे नुकसानदायक और प्रतिकूल हैं, इसके बजाय विकास और समावेशिता पर आधारित राजनीति की वकालत करते हैं।

Related Articles

Back to top button