आजमगढ़ में माँ की मौत का खूनी 12 साल बाद इंतकाम,बेटों ने पड़ोसन को उतारा मौत के घाट,हैरान करने वाली घटना

रिपोर्ट: आफताब आलम

आजमगढ़ में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए एक व्यक्ति पुत्रों को गिरफ्तार किया है। इन्होने एक 50 वर्षीय महिला की निर्मम हत्या कर उसे हादसे की शक्ल देने की कोशिश की थी। हैरान करने वाली बात ये है कि ये हत्या 12 साल पहले हुई एक घटना का बदला लेने के लिए की गई।दरअसल, पूरा मामला आजमगढ़ के तरवां क्षेत्र के बनगांव का है।यहां बीते शनिवार की सुबह मायके में अकेले रहने वाली 50 वर्षीय सुनीता उर्फ सुमित्रा देवी का रक्त रंजित शव घर से कुछ दूरी पर स्थित चकमार्ग पर मिला था। जिसके बाद मृतका की पुत्री रंजना ने बनगांव निवासी रामप्रवेश सिंह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।वहीं सोमवार को पुलिस ने इस मामले में आरोपित रामप्रवेश सिंह व उसके दो बेटों शिवम व सुंदरम को बनगांव-उमरी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने पूरे मामले का हैरान कर देने वाला खुलासा किया।थाना प्रभारी निरीक्षक राम प्रसाद बिंद ने वताया कि जौनपुर जिले के चंदवक थाना अंतर्गत करनेहुवा ग्राम निवासी पनधारी राजभर की मौत के बाद उसकी पत्नी सुनीता उर्फ सुमित्रा लगभग पिछले 20 वर्षों से अपने मायके में रह रही थी। उसके पांच बच्चों में चार विवाहित हैं। मायके में अकेले रहते हुए सुनीता नेवासे में मिले खेत व घर की देखभाल करती थी।लेकिन इसी बीच सुनीता और आरोपी रामप्रवेश सिंह के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गए। इसी के चलते रामप्रवेश की पत्नी ने विगत वर्ष 2011 में अपने दो पुत्रों का मोह छोड़ आत्महत्या कर ली थी। इस बात से रामप्रवेश के दोनों बेटे सुनीता से खार खाते थे। समय के साथ रामप्रवेश और सुनीता के बीच दूरियां बढ़ गई लेकिन उनके संबंध को लेकर रामप्रवेश के दोनों बेटों के मन से महिला के प्रति घृणा का भाव कम नहीं हो सका।जिसके चलते शुक्रवार की रात जब सुनीता धान के फसल की सिंचाई के लिए गांव के एक व्यक्ति के नलकूप की ओर गई, तभी वहां पहुंचे रामप्रवेश सिंह के दोनों बेटों ने सुनीता के सिर पर घातक प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को गांव के रास्ते पर फेंक कर सभी फरार हो गए। फ़िलहाल पुलिस ने मृतका के पूर्व प्रेमी व उसके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।

اعظم گڑھ میں پولیس نے ایک سنسنی خیز معاملے میں ایک شخص اور اس کے بیٹوں کو گرفتار کیا ہے۔ انہوں نے ایک 50 سالہ خاتون کو بے دردی سے قتل کیا تھا اور اسے ایک حادثہ کا روپ دینے کی کوشش کی تھی۔ چونکانے والی بات یہ ہے کہ یہ قتل 12 سال پہلے پیش آنے والے واقعے کا بدلہ لینے کے لیے کیا گیا تھا۔دراصل یہ پورا معاملہ اعظم گڑھ کے تروان علاقے کے بنگاؤں کا ہے۔ سنیتا عرف سمترا دیوی (50) کی خون آلود لاش جو گھر میں اکیلی رہتی تھی، ہفتہ کی صبح اس کے گھر سے کچھ ہی فاصلے پر چکمرگ میں ملی۔ متوفی کی بیٹی رنجنا نے بنگاؤں کے رہنے والے رام پرویش سنگھ کے خلاف ایف آئی آر درج کرائی تھی۔پیر کو پولیس نے رام پرویش سنگھ اور ان کے دو بیٹوں شیوم اور سندرم کو بنگاؤں-عمری موڑ سے گرفتار کیا تھا۔ جس کے بعد پولیس لائن آڈیٹوریم میں منعقدہ پریس کانفرنس کے دوران ایس پی سٹی شیلیندر لال نے پورے معاملے کا چونکا دینے والا انکشاف کیا۔پولیس اسٹیشن کے انچارج انسپکٹر رام پرساد بند نے بتایا کہ جونپور ضلع کے چندواک تھانے کے تحت کرناہووا گاؤں کے رہنے والے پندھاری راج بھر کی موت کے بعد اس کی بیوی سنیتا عرف سمترا گزشتہ 20 سال سے اپنے گھر میں رہ رہی تھی۔ ان کے پانچ بچوں میں سے چار شادی شدہ ہیں۔ گھر میں اکیلی رہتے ہوئے سنیتا نیواسے میں ملنے والے فارم اور مکان کی دیکھ بھال کر رہی تھی لیکن اس دوران سنیتا اور ملزم رام پرویش سنگھ کے غیر قانونی تعلقات بن گئے۔ رام پرویش کی بیوی نے 2011 میں اپنے دو بیٹوں کو کھونے کے بعد خودکشی کر لی تھی۔ اس سے رام پرویش کے دونوں بیٹے سنیتا سے ناراض ہو گئے۔ وقت گزرنے کے ساتھ ساتھ رام پرویش اور سنیتا کے درمیان فاصلے بڑھتے گئے لیکن ان کا رشتہ رام پرویش کے دونوں بیٹوں کے ذہنوں سے عورت کے تئیں نفرت کے جذبات کو کم نہ کرسکا جب وہ ایک شخص کے نلکے کے کنویں کی طرف گئی تو رام پرویش سنگھ کے دو بیٹوں نے اسے موت کے گھاٹ اتار دیا۔ اس کے سر پر، اسے قتل کر دیا. انہوں نے قتل کو حادثہ دکھانے کے لیے لاش گاؤں کی سڑک پر پھینک دی اور سب فرار ہوگئے۔ پولیس نے مقتول کے سابق بوائے فرینڈ اور اس کے دو بیٹوں کو گرفتار کر لیا ہے۔ پولیس نے قتل میں استعمال ہونے والا اسلحہ بھی برآمد کرلیا۔

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