आरटीई में मिला प्रवेश एक साल बाद भरनी पड़ रही है फीस ,विभाग मौन

रानी की सराय में प्राइवेट विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा का दावा फेल

रिपोर्ट :-जिला ब्यूरो

रानी की सराय/आजमगढ़:आरटीई के तहत शासन की ओर से बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का प्रावधान है। वही इस योजना के तहत विद्यालयों में पहली कक्षा या प्री प्राइमरी में निशुल्क एडमिशन तो हो जा रहा है लेकिन अगली कक्षा में विद्यालय तंत्र द्वारा फीस की मांग की जा रही है ।अभिभावकों से परीक्षा शुल्क आदि मांगे जा रहे हैं ।जिससे अभिभावक निःशुल्क प्रवेश के चलते फीस देने से इंकार कर रहे हैं इससे लगातार विवाद हो रहे हैं शासनादेश के चलते छात्रों और विभागों को कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है | वही अभिभावकों ने जिला की उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।बता दे रानी की सराय ब्लॉक में कुल 22 स्कूल आरटीई के तहत मैपिंग हैं। ब्लॉक के चकखैरूल्लाह ,टेकमलपुर, समेत के आरटीई के तहत बड़ी संख्या में छात्र प्री प्राइमरी और कक्षा एक में प्रवेश ले रहे हैं।नामी गिरामी स्कूलों में प्रवेश पाना तो टेढी खीर है लेकिन किसी तरह से एडमिशन के लिए नाम चयनित हो गया तो पहले वर्ष किसी तरह से कोई समस्या नहीं आ रही है लेकिन जब यह छात्र अगली कक्षाओं में प्रवेश करते हैं तो विद्यालय तंत्र द्वारा फीस मांगी जा रही है। इतना ही नहीं छात्रों को एग्जाम से बाहर कर दिया जा रहा है कुछ स्कूलों में फीस न मिलने पर छात्रों का नाम काटने की धमकी दे दी जा रही है वहीं अभिभावकों को विद्यालय के प्रबंधक द्वारा जांच करा कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की भी नसीहत दी जा रही है। अभिभावकों का कहना है कि हर वर्ष इन विद्यालयों में कापी किताबे भी बदली जाती है। अभिभावकों ने जिलाधिकारी का इस तरफ ध्यान आकृष्ट कराया है।

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