डीएम के निरीक्षण में मानक के अनुरूप निर्माण नहीं होता मिला 100 शैय्या युक्त संयुक्त चिकित्सालय,परियोजना प्रबंधक को ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए दिए निर्देश

Bhadohi. On Wednesday, DM Vishal Singh conducted a surprise inspection of the 100-bedded Joint Hospital, Keshavpur Sarpathan, which is under construction. During the inspection, the work was found to be going on at a very slow pace. The number of manpower was very less, due to which it was not possible to complete the work on time. The bricks being used in the construction work were found to be of third grade. Along with this, the masonry work being done by mixing cement and sand was found to be not up to the standard.

निरीक्षण में अनुपस्थित डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का

रोका वेतन, मांगा स्पष्टीकरण

भदोही। डीएम विशाल सिंह बुधवार को निर्माणाधीन 100 शैय्या युक्त संयुक्त चिकित्सालय केशवपुर सरपतहां का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कार्य अत्यंत धीमी गति से होता हुआ पाया गया। मैनपावर की संख्या अत्यंत ही न्यून थी। जिससे कार्य समय से पूरा हो पाना संभव नहीं है। निर्माणाधीन कार्य में जिस ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। वह तृतीय श्रेणी की पाई गई। इसके साथ ही साथ सीमेंट, बालू का मिक्स करके जो चिनाई का कार्य किया जा रहा है। उसकी गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं पाई गई।
इस दौरान डीएम ने उ.प्र.राजकीय निर्माण निगम इकाई सोनभद्र के परियोजना प्रबंधक को निर्देशित किया कि वे स्वयं स्थलीय निरीक्षण कर कार्य निर्धारित मानक के अनुरूप एवं गुणवत्तापरक निर्धारित समय में पूर्ण कराए। इसके साथ ही कार्य में तृतीय श्रेणी की ईंट के उपयोग एवं मानक के अनुरूप सीमेंट बालू मिक्स नहीं किए जाने के कारण संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर अवगत कराए जाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मालूम हुआ कि 100 शैय्या युक्त संयुक्त चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ.सुनील कुमार पासवान मंडलायुक्त की बैठक में मिर्जापुर गए हैं। विक्रम चिकित्सा अधीक्षक डा.शैलेंद्र विक्रम, डेंटल सर्जन डॉ.अरविंद प्रताप, कनिष्ठ सहायक कमलेश कुमार, वरिष्ठ सहायक शीरीन सीमा मैसी, स्टाफ नर्स प्रिया शुक्ला, माग्रेट मैरी विलियम व राजकुमारी अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित चिकित्सा कर्मियों का वेतन व मानदेय पर डीएम ने अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी। उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि अनुपस्थित कर्मियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपने मन्तव्यों सहित पत्रावली प्रस्तुत करें। चिकित्सा अधिकारी डॉ.सुशील कुमार शुक्ला व स्टाफ नर्स शशिलता पटेल 25, 26 एवं 27 नवंबर तक उपस्थिति पंजिका में सीएल अंकित किया गया है। किन्तु प्रार्थना-पत्र नहीं पाया गया। फार्मासिस्ट आलोक पांडेय, स्टाफ नर्स रानू मौर्या, रूपाली सिंह, शशिकला एक नवम्बर से अनुपस्थित है। जिसके संबंध में किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। उक्त कार्मियों के संबंध में अधीक्षक को स्थिति स्पष्ट करने के लिए डीएम द्वारा निर्देशित किया गया।निरीक्षण के दौरान डीएम द्वारा हीमो डायलिसिस यूनिट, दवा वितरण कक्ष, रजिस्टर पंजिका
आदि का निरीक्षण किया गया। उन्होंने 100 शैय्या युक्त संयुक्त चिकित्सालय सहित जनपद के सभी शासकीय चिकित्सालयों के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त निर्देशित किया कि निर्धारित समय में उपस्थित रहकर पूर्ण मनोयोग से मरीज की सेवा करते हुए उनको उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं से अच्छादित करना सुनिश्चित करें। मरीजों के स्वास्थ्य व चिकित्सकीय सुविधाओं में शिथिलता व लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Related Articles

Back to top button