आजमगढ़:कब्रिस्तान पर अवैध अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन,लेखपाल मुर्दाबाद के नारो के बीच धरने पर बैठे

Azamgarh:
रिपोर्ट: अमित सिंह
मेंहनगर/आजमगढ़:मेंहनगर तहसील क्षेत्र के मालपार गांव में कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन कर लेखपाल मुर्दाबाद के नारो के बीच धरने पर बैठे , तहसीलदार को दिया शिकायती प्रार्थना पत्र,तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक व पुलिस को आदेशित कर कहा कि मौके पर यथास्थिति बनाये रखने का दिया निर्देश,तहसील क्षेत्र में ग्राम मालपार के सैकड़ों की संख्या महिलाएं व पुरुषों ने शुक्रवार को तहसील परिसर में प्रदर्शन कर मुर्दाबाद के नारे लगाए धरने पर बैठे ,तहसीलदार चमन सिंह को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि गांव स्थित नहर के किनारे सड़क से सटे आ0 न0 713 बंजर की भूमि पर मुद्दत से अनुसूचित जाति (चमार )शव दफन करते चले आ रहे हैं ,उक्त शव की भूमि पर गांव के ही हंसराज ने अपनी पत्नी शनिचरी के नाम 122 B4F के अंतर्गत असंक्रमणीय खाते में दर्ज करा लिए ,मृतक शनिचरी के वारिसान जयप्रकाश व धर्मेंद्र पुत्रगण हंसराज लेखपाल की शह पर उक्त आराजी के कुछ अंश पर ट्रैक्टर से जोतवा अरहर की बुआई कर कब्जा लिए , शुक्रवार को कब्रिस्तान की तरफ जैसे ही द ट्रैक्टर लेकर जुताई के फिराक में थे कि ग्रामीण कब्रिस्तान की तरफ दौड़े तो ट्रैक्टर लेकर भाग गए , तीन दिन पूर्व जोताई के दौरान कई कब्रे उखड़ गई ,छोटी -छोटी हड्डियां तितर बितर हो गई ,सम्पूर्ण विबाद के जड़ क्षेत्रीय लेखपाल रमेश सरोज व राजस्व निरीक्षक हैं , लेखपाल बराबर फर्जी रिपोर्ट देकर तहसील प्रशासन को गुमराह कर रहे है ,जिसके बाबत तहसीलदार चमन सिंह को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर कहा कि अतिक्रमण कारियों की चंगुल से अबैध कब्जे से रोका नही गया तो गांव में तनाव उत्पन्न हो सकती हैं ,इसके अलावा हम हरिजनों को शव दफन करने के लिए कही भूमि नही है ,न्याहित में अबिलम्ब रोका जाना न्याय संगत हैं ,जिसे गम्भीरता से लेते हुए तहसीलदार श्री सिंह ने राजस्व निरीक्षक रमाशंकर यादव व पुलिस बल को निर्देशित किया कि मौके की यथास्थिति बनाए रखें , साथ ही शिकायत कर्ताओं से कहा कि कैनसिलेस्न दाखिल करें ,जैसे ही खारिज हो जाएगा प्रस्ताव कराकर कब्रिस्तान के खाते में दर्ज हो जायेग इस दौरान दूधनाथ ,सूरज ,उमेश राम ,अनिल ,राजू , चौथी ,विमला ,माया ,दुर्गवाती ,अवधराज , सूबेदार ,रामजग ,संकठा आदि रहे।


