बदहाली के आंसू रोता उत्तरप्रदेश जनपद आजमगढ़ गाव शहापूर का ये सरकारी उर्दू स्कूल, पिछले 2 साल से बंद है स्कूल
रिपोर्ट/अजय उपाध्याय
उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के तमाम बड़े दावे करने से गुरेज नहीं करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. यहां आजमगढ जिलें के गांव शहापूर (नवहरा) गांव का सरकारी उर्दू स्कूल पिछले दो साल से बंद पड़ा है. ऐसे में पढ़ाई प्रभावित होने से बच्चों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है. इसके पीछे की वजह जानकर आप चौक जायेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उर्दू के मास्टर जाने आलम साहब ने स्कूल मे पढ़ाई के दौरान पढ़ाई न करने पर एक बच्ची को दो छड़ी मार दी इस बात को लेकर बहुत विवाद हुआ था और छात्रा के माता-पिता ने मास्टर जाने आलम को गंदी -गंदी गालियां दी छात्रा के मामा नायाब हैदर जैदी जो की भारतीय जनता पार्टी का क्षेत्रीय मंत्री है और मुबारकपुर कटरा का निवासी है और
नायाब हैदर जैदी ने शहापुर के मास्टर के विरुद्ध घिनौना आरोप लगा कर झूठी दरखास्त दीदारगंज थाने में डाली जो घिनौना आरोप नायाब हैदर जैदी ने लगाया है,इसके बारे में हम और आप सोचभी नहीं सकते बहुत ही शर्म की बात है झूठा घिनौना आरोप लगाया . जिसके कारण स्कूल के मास्टर जाने आलम साहब ने स्कूल में पढ़ाना बंद कर दिया यह बात सुनकर कोई भी मास्टर् ग्राम शहापुर में पढाने से मना कर रहा है ।बता दे ये उर्दू स्कूल के 35 वर्ष पुराना है पिछले दो साल से बंद पड़ा है. इस स्कूल में तकरीबन 100 से 200 के करीब छात्र पढ़ते हैं जिन्हें स्कूल जाने में अब परेशानी झेलनी पड़ रही है गाव के परिजनों ने बच्चों की पढ़ाई बाधित होने का आरोप लगाया है और स्कूल के चकरोड पर जबरन बबलू हुसेन नामक व्यक्ती ने सिढी बनाकर अतिक्रमण किया है जिससे ग्रामिणो का आवागमन भी बाधित हो रहा हैबता दें उक्त गाव के सेक्रेटरी व सिटीजन संस्था के संस्थापक सैय्यद मासुम अली ने मांग कि है की उक्त प्रकरण की जांच उत्तर प्रदेश के न्यायप्रिय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी ईमानदार अधिकारी से करवाएं व दोषींयो के विरुद्ध सख्त कारवाई करे और अली ने पुनः स्कूल सुरू करने हेतू शासन- प्रशासन और स्थानीय विधायक से आग्रह किया है की जल्द से जल्द कोई समाधान किया जाये।