भारत रक्षा दल द्वारा शहीदों के स्थलों पर, पहुंच कर किया नमन।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
बरहज ,देवरिया।
आजमगढ़ से शुरू हुई शहीद स्मृति यात्रा आज मंगल पांडे स्मृति स्थल बलिया पहुंची वहां पर कार्यकर्ताओं ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का आगाज करने वाले अमर शहीद मंगल पांडे को माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित किया और शहादत दिवस के अवसर पर भारत रक्षा दल द्वितीय स्वतंत्रता संग्राम की घोषणा की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए भारत रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष माहेश्वरी दत्त ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की कब्र खोदने के लिए पहले फावड़ा मंगल पांडे ने चलाया था और 1857 से शुरू होकर 90 वर्षों बाद 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को सपोर्ट देख कर दिया गया लेकिन अंग्रेजी हुकूमत तो भारत से विदा हो गई लेकिन उनकी फूट डालो राज करो की नीति तथा भारतीयों के दमन और शोषण के लिए बनाई गई व्यवस्था आज भी बदल तो रुकायम है आजादी के बाद हमारे देश का नेतृत्व संभालने वाले नेताओं की दृष्टि वहां तक नहीं पहुंच पाई की किस प्रकार हिंदुस्तानियों के दमन के लिए बनाए गए कानून आज भी किसान मजदूर और गरीबों का शोषण कर रहे हैं और अंग्रेजी परंपरा और परिपाटी बढ़-चढ़कर आज भी हमारे नेताओं के सिरों पर हावी हो रही है ऐसी स्थिति में अन्य शोषण भ्रष्टाचार और भ्रष्ट्र राजनीति पर आधारित भारतीय व्यवस्था को बदल देने के लिए और देश में वास्तविक लोकतंत्र कायम करने के लिए भारत रक्षा दल आज से द्वितीय स्वतंत्रता संग्राम का ऐलान करता है भारत रक्षा दल देश के नौजवानों का आह्वान करता है कि जिस क्षण व्यवस्था जी शोषणकारी व्यवस्था से होकर लाखों क्रांतिकारियों ने वंदे मातरम का नारा लगाते हुए फांसी के फंदे को चुम्मा था यदि वही व्यवस्था आज हमारे देशवासियों का खून पी रही है तो हमारे जीवन को धिक्कार है हमें शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर एक लंबी लड़ाई छेड़नी होगी इसकेबाद भारत रक्षा दल की शहीद स्मृति यात्रा बलिया से बाबा राघव दास जी के आश्रम देवरिया पहुंची वहां पर भारत रक्षा दल द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की समाधि और प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए आश्रम के पेठारेश्वर ने बताया कि यह आश्रम भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद रामप्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खान ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र लाहिड़ी की कर्मस्थली रही है यहीं पर क्रांतिकारी गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपा करते थे और यही से क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन होता था और बाबा राघव दास के संरक्षण में सारी योजनाएं बनती थी जब अंग्रेजों को पता लगा कि यह आश्रम क्रांतिकारी गतिविधियों का केंद्र बन गया है तो अंग्रेजों ने इस आश्रम को बागी घोषित किया कर दिया और बरहज में स्थित सारे उद्योग धंधों को चौपट कर दिया गया शिक्षण संस्थानों को जला दिया गया इतनी कठिनाई से मिली हुई आज़ादी को हमें यूं ही नहीं गाना चाहिए और शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए हमें तन मन धन से कोशिश करनी चाहिए या तब हो कि अनंत पीठ आश्रम बरहज में प्रतिवर्ष 19 दिसंबर को शहादत दिवस के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु देश के अमर बलिदानियों को अपना श्रद्धा सामान अर्पित करने के लिए एकत्रित होते हैं इस आश्रम के संस्थापक बाबा राघव दास किसी परिचय के मोहताज नहीं है पीड़ित मानवता के लिए किया गया उनका सेवा कार्य हमेशा हमेशा के लिए चिरस्थाई बन चुका है आजादी के बाद बरहज के रहने वाले बाबा राघव दास फैजाबाद विधानसभा सीट से आचार्य नरेंद्र देव को हराकर भारी बहुमत से चुनाव जीते और सदन में बहस करते हुए बाबा राघव दास ने कहा था कि जिस कांग्रेस ने किसानों के कोनों पर टैक्स लगा दिया है ऐसे सदन में बैठना राघवदास को शोभा नहीं देता और उन्होंने उसी दिन विधानसभा से अपना त्यागपत्र दे दिया इस प्रकार देश के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत रक्षा दल की शहीद स्मृति यात्रा आज पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की समाधि स्थल अनंत पीठ आश्रम बरहज में समाप्त हुई