दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक भ्रमण के लिए सीडीओ ने तीन बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना,
दिव्यांग बच्चे भ्रमण के दौरान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से हुए रूबरू।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
देवरिया। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित शैक्षिक भ्रमण के तहत 152 दिव्यांग बच्चों और 53 विशेष शिक्षकों को कुशीनगर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का अवलोकन कराया गया। यह आयोजन बच्चों के जीवन में नई उमंग, शिक्षा और अनुभव का संचार करने के उद्देश्य से किया गया।
विकास भवन परिसर से मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय और बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने तीन बसों को हरी झंडी दिखाकर सुबह 10 बजे रवाना किया। प्रस्थान से पहले बच्चों को चिप्स, टॉफी और पानी की बोतलें वितरित की गईं, जिससे उनकी उत्सुकता और खुशी का माहौल और भी बढ़ गया।
कुशीनगर पहुंचने पर बच्चों ने सबसे पहले म्यांमार मंदिर, पगौड़ा मंदिर और महापरिनिर्वाण स्थल का दौरा किया। इन स्थलों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के बारे में विशेष शिक्षकों ने बच्चों को जानकारी दी। इसके बाद उन्हें संग्रहालय का अवलोकन कराया गया, जहां बच्चों ने बुद्धकालीन सभ्यता और संस्कृति को करीब से समझा। इस दौरान बच्चों को समोसा, केक और जलपान के लिए दिया गया।
दोपहर के भोजन के बाद बच्चों को इन द जापान, चाइनीज टेंपल और रामभर स्तूप जैसे स्थलों का भ्रमण कराया गया। इन स्थलों की सुंदरता और महत्व को देखकर बच्चे बेहद उत्साहित नजर आए। पूरे कार्यक्रम के दौरान बच्चों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखा गया।शाम को बच्चों को बिस्किट और चॉकलेट देकर उनकी वापसी की व्यवस्था की गई। घर लौटते समय बच्चों के चेहरे पर खुशी की झलक साफ नजर आ रही थी। सभी बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाकर अभिभावकों को सौंपा गया। यात्रा का निर्देशन समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक ज्ञानेंद्र सिंह ने किया।