जल ज्ञान यात्रा’ से स्कूली बच्चों काे मिली जल बचाने की सीख
आजमगढ़ में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल ‘जल ज्ञान यात्रा’ का आयोजन
– सीडीओ परीक्षित खटाना, डीडीओ संजय कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर विकास भवन से रवाना की जल ज्ञान यात्रा
– स्कूली बच्चों को एफटीके किट से की जाने वाली पानी गुणवत्ता की जांच दिखाई गई
– छात्रों ने ओवर हैड टैंक स्कीम करेंदुआ में देखी वाटर सप्लाई की प्रक्रिया।
रिपोर्ट:रिंकू चौहान
आजमगढ़ जनपद में सोमवार का दिन स्कूली बच्चों के लिए बेहद खास रहा। सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की पहल ‘जल ज्ञान यात्रा’ में शामिल होने का मौका मिला। छात्रों को इस बारे में जागरूक किया गया कि कैसे नल से शुद्ध जल के इस्तेमाल से जीवन स्वस्थ और खुशहाल बन सकता है। यात्रा के दौरान स्कूली बच्चों को जल की कीमत और उससे जीवन के महत्व के बारे में बताया गया। बच्चों ने जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से मिलने वाले लाभ की जानकारी भी हासिल की। छात्रों ने पानी गुणवत्ता जांच को पहली बार देखा। साथ ही उन्हें पेयजल स्कीम का भ्रमण कराया गया। छात्रों ने वहां बनाई गई पानी टंकी व पम्प हाउस देखा और उसकी प्रक्रिया समझी। स्कूली बच्चों ने यात्रा के दौरान ‘हर घर जल-हर घर नल’ के नारे भी लगाए।
आजमगढ़ में स्कूली छात्रों को जल के प्रति जागरूक करने के लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल जल ज्ञान यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा को सीडीओ परीक्षित खटाना, डीडीओ संजय कुमार सिंह और जल निगम(ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) हेमंत कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।स्कूली बच्चों को जल गुणवत्ता की जांच करके दिखाई गई। बच्चों के लिए यह नजारा एकदम नया था, इससे स्कूली बच्चों में उत्साह देखते ही बना। उन्हें शुद्ध पेयजल से होने वाले फायदों की जानकारी दी गई। छात्रों ने अधिकारियों से कई तरह के सवाल भी किये , जिसका जवाब पाकर वे संतुष्ट भी हुए। इसके बाद स्कूली बच्चों को ओवर हैड टैंक स्कीम करेंदुआ ले जाया गया। यहां उन्हें गांव-गांव के घर तक की जाने वाली शुद्ध पेयजल सप्लाई की प्रक्रिया दिखाई गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उनको जल के संरक्षण की भी जानकारी दी गई।इस अवसर पर डीसी हरिशंकर यादव,सीबी&टी विजय कुमार भारती , आईएसए सुभम सिंह, अबू बकास,ऋषभ, समस्त संस्थाएं व कर्मचारी गण उपस्थित रहे रहे।