सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान प्रारंभ।

विनय मिश्र, जिला संवाददात
बरहज ,देवरिया। ग्राम पंचायत
गड़ेर में चल रही सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास आर्चाय पंडित केशव तिवारी ने श्रीमद्भागवत कथा का महात्म की चर्चा करते हुए उन्होंने ।कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सभी कथाओ में सबसे उत्तम है है जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है वो तिर्थस्थल बन जाता है इसको सुनने और आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभू प्रेमियो को प्रभु की प्रेरणा से ही मिलता है ऐसे में कोई दूसरा अन्य भी इस कथा श्रवण कर लेता है तो वह जन्म जन्मान्तर के पापो से मुक्ति हो जाता है इस लिए यह सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करे कथा सुनने से मनुष्य के जीवन में धर्म अर्थ काम एवं मोक्ष प्राप्त कर लेता है भागवत कथा श्रवण से पापी से पापी जीव का उद्धार हो जाता है और समाज में व्याप्त कुरीतियों से मुक्ति मिल जाती है। कथा को आगे बढ़ाते हुए घुंधकारी और गौकर्ण प्रसंग में कहा कि घुंधकारी जैसे महान पापी को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति हुई और सदगति को प्राप्त हुए उन्होंने आगे कहा कि जब राजा परीक्षित को श्रृंगी ऋषि का श्राप लगा कि आज के सातवें दिन तक्षक नाग के डंसने से मृत्यु हो जायेगी तो यह जानकर राजा परिक्षित भयभीत हुए तब श्रीशुकदेवजी ने राजा परीक्षित को श्रीमद भागवत कथा सुनाकर मुक्ति दिलाई । कथा के दौरान श्रद्धालुओं के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया इस अवसर पर मुख्य यजमान रामसुंदर शाही, द्रोपती शाही, राकेश पाण्डेय रामारमण शाही राजकुमार शाही, पुरुषोत्म शाही, सुनील शाही , राजकुमार गुप्ता सहित अन्य श्रद्धालु भक्तजन काफी संख्या में उपस्थित रहे ।



