प्रकृति हमारी सबसे बड़ी धरोहर,प्रकृति से सुरक्षा पाने के लिए उसका संरक्षण जरूरी : आनंद दुबे
रिपोर्ट : अजित कुमार सिंह” बिट्टू जी ” ब्यूरोचीफ हिन्द एकता टाइम्स
बलिया। पेड़ पौधों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। बिना इनके जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। महामारी काल ने इनकी महत्ता को साबित भी कर दिया। इसी दौरान सरकार के मंशा के अनुरूप बलिया के कोषागार परिसर के ठीक सामने अनेक फलदार और खुशबूदार फूलों के पौधों (आम, महुआ, बरगद, पीपल, पाकड़ गुलाब, चमेली और नीम आदि) का रोपण किया गया। बताते चलें की बलिया में दो लोकसभा का चुनाव बिल्कुल शांतिपूर्ण पूरी तरह से संपन्न होने के बाद वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद दुबे के द्वारा पौधा रोपण किया गया।
कार्यक्रम में मौजूद तमाम सहायक व्यय प्रेक्षक बलिया के डीएफओ के साथ तमाम अधिकारियों एवं कर्मचारी ने पौधे रोपित किए।
वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद दुबे ने कहा कि प्रकृति हमारी सबसे बड़ी धरोहर है। वेद भी इस बात को कहते हैं, क्योंकि अथर्ववेद में कहा गया है कि प्रकृति से सुरक्षा पाने के लिए उसका संरक्षण करना भी बेहद जरूरी है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे संजोकर रखे और ज्यादा से ज्यादा पौधों को लगाकर इस धरा को हरा – भरा बनाएं।
डीएफओ ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए। यह हमारी जिम्मेदारी है और उनकी सुरक्षा भी करनी चाहिए। कोषागार के डिप्टी कैशियर रामचंद्र ने कहा कि मानव और पर्यावरण का अत्यंत गहरा संबंध है। निजी स्वार्थ में लोगों ने प्रकृति का लगातार दोहन किया है, जिससे पर्यावरण असंतुलन की स्थित बनी है। अब इसे संतुलित करने के लिए सभी को समय रहते प्रयास करना होगा अन्यथा इसके भयावह दुष्परिणाम का सामना करना कठिन होगा।