केंद्र की ओबीसी लिस्ट में दिल्ली के जाटों को किया जाए शामिल : राघवेंद्र शौकीन

[ad_1]

नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार में मंत्री राघवेंद्र शौकीन ने गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, “दिल्ली के जाटों को केंद्र की ओबीसी लिस्ट में शामिल किया जाना चाहिए। ”

राघवेंद्र शौकीन की यह प्रतिक्रिया पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आई है। उन्होंने कहा कि ज‍िस प्रकार राजस्थान के जाटों को केंद्र सरकार ने ओबीसी लिस्ट में शामिल किया है, उसी प्रकार दिल्ली के जाटों को भी केंद्र सरकार को ओबीसी लिस्ट में शाम‍िल करना चाहिए। इससे उन्हें अपने प्रदेश दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला मिल सकेगा और नौकरियों में आरक्षण का लाभ म‍िलेगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र की ओबीसी लिस्ट में शामिल नहीं होने की वजह से केंद्र सरकार की नौकरी में आरक्षण नहीं मिलता है। केंद्र सरकार की यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं मिल पाता है। जिससे कई बच्चे बिना दाखिला के रह जाते हैं।

उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि पिछले 10 वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली के जाट समुदाय से चार बार ओबीसी आरक्षण का वादा किया, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। दिल्ली के जाट समाज को भी केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाए। इस मुद्दे पर मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वो दिल्ली के जाट समाज को उनका हक दें।

केजरीवाल ने इसके अलावा केंद्र सरकार से रावत, रौनियार, राय तंवर, चारण और ओड जातियों को भी ओबीसी लिस्ट में शामिल करने की मांग की है। दिल्ली की ओबीसी लिस्ट में जाट समाज समेत ये पांचों जातियां शामिल हैं, लेकिन केंद्र की सूची में नहीं हैं। भाजपा की केंद्र सरकार इन्हें अपनी ओबीसी लिस्ट में शामिल करना चाहि‍ए।

–आईएएनएस

डीकेएम/सीबीटी

[ad_2]

Disclaimer : ऑटो फ़ीड्स द्वारा यह न्यूज़/समाचार स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। hindektatimes.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन इस न्यूज़/समाचार में नहीं किया गया है। इस न्यूज़/समाचार की एवं इसमें उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की हैद्य न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।
इनपुट. आईएएनएस के साथ

Related Articles

Back to top button