लोहड़ी और मकर संक्रांति के लिए सज गई दुकाने
Shops decorated for Lohri and Makar Sankranti
अहरौला/आजमगढ़ । बाजारों में लोहड़ी और मकर संक्रांति के लिए बाजार में गच्चक लाई तिल से बने खाद्य पदार्थों से भरे एवं सजे हुए दिखाई दे रहे हैं । दुकाने तिलकुट गुड़ पट्टी लाई चूरा इत्यादि खाद्य पदार्थों से सजे हुए हैं इस त्यौहार के प्रति लोगों के अंदर उत्साह दिखाई दे रहा है लोग कड़ाके की ठंड में अपने घरों से निकलकर बाजार जाकर दुकानदारों के पास उत्साहित होकर खाद्य सामग्री खरीदते हुए दिखाई दे रहे हैं इस त्यौहार के प्रति छोटे-छोटे बच्चे हाथ में पतंग लिए हुए आकाश में उड़ाते हुए उत्साहित दिखाई दे रहे हैं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन खिचड़ी के चावल काली दाल ,हल्दी, हरी सब्जियों का बहुत बड़ा महत्व है, मान्यता है कि खिचड़ी के चावल का चंद्रमा और शुक्र के शांति से महत्व है, काली दाल से शनि राहु और केतु का महत्व बताया जाता है खिचड़ी में पड़ने वाली हल्दी का संबंध गुरु बृहस्पति से है, इसमें पड़ने वाली हरी सब्जियां बुद्ध से संबंध रखती है ,वही खिचड़ी के पक जाने पर जो गर्माहट निकलती है उसका संबंध भगवान सूर्य और ग्रहों के सेनापति मंगल से बताया जाता है नवग्रहों का संबंध खिचड़ी से है इसलिए इस दिन खिचड़ी के दान स्नान एवं पूजा पाठ का बहुत महत्व है। लोग सुबह स्नान करके उड़द चावल हैं और उसके बाद लाई गुड खा कर खिचड़ी का पर्व मनाते है ।