Azamgarh :अमर शहीद भगवती सिंह के शहादत दिवस पर शहीद सम्मान एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन

अमर शहीद भगवती सिंह के शहादत दिवस पर शहीद सम्मान एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले ,वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशां होगा

रिपोर्टर चन्द्रेश यादव

अतरौलिया । 1962 भारत चीन युद्ध में अमर शहीद भगवती प्रसाद सिंह के शहादत दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुवा आयोजन। श्रद्धांजलि कार्यक्रम मदियापार अहिरौला मार्ग पर स्थित शहीद उपवन में 1962 के भारत चीन युद्ध में शहीद हुए भगवती प्रसाद सिंह के शहादत दिवस पर उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर भारत माँ के वीर अमर सपूत को याद किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ संतोष कुमार सिंह ने किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मा0 दारा सिंह चौहान कैबिनेट मंत्री कारागार, उत्तर प्रदेश सरकार तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री यशवंत सिंह रहे,। कार्यक्रम का संचालन कवि भालचंद्र त्रिपाठी ने किया। सर्वप्रथम आए हुए अतिथियों ने पुष्प और माला पहनाकर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद भगवती सिंह को नमन किया । इस अवसर पर उनकी एकमात्र पुत्री सुदामा देवी भी मौजूद रही । कार्यक्रम में डीपीएस विद्यालय बस्ती भुजबल तथा आरपीएस पब्लिक स्कूल नाउपुर के बच्चों ने देशभक्ति गीत व नाटक प्रस्तुत कर लोगों को भाव विभोर कर दिया,तो वही वतन के लिए शहीद होने वाला नाटक देख लोग भावुक हो गए। लोगो को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दारा सिंह चौहान ने कहा कि 1962 में भारत चीन युद्ध के दौरान जिनके पति भगवती प्रसाद सिंह जी शहीद हो गए आप कल्पना कीजिए उस मां से पूछिए जिसने पूरी जिंदगी उस शहीद के सम्मान और देश के सम्मान के लिए अर्पित कर दिया। मैं उस धरती व शहीद के चरणों में नमन करता हूं । उन्होंने कहा कि इस शहीद परिवार से मेरा पुराना लगाव रहा है, मैं शहीदों के प्रति उनके सम्मान में जितना भी हो सकेगा उतना कार्य करूंगा। उन्होंने कहा इनकी जो आगे योजना है योजना को बनाइए हम इसे जामा पहनाने के लिए तैयार रहेंगे तथा इनकी याद में एक भवन का निर्माण भी कराया जाय जहाँ इनके जन्म तक कि यादे रखी जाय जिसे युवा पीढ़ी के लोग देख सके। अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर संतोष कुमार सिंह ने कहा कि शहीद भगवती प्रसाद सिंह 1962 के चीन युद्ध में शहीद हुए थे जिस उपलक्ष में आज उनका सम्मान किया जा रहा है उनकी एकमात्र संतान सुदामा देवी तथा उनके पति डॉक्टर राजेंद्र सिंह व विश्व क्षत्रिय परिषद के लोगों को जिन्होंने इस तरह का आयोजन किया है उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करता हूं और अपने आप को गढ़वाली महसूस करता हूं जिन्होंने इस तरीके से आयोजन करके जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी अपनी शहादत दी है देश आज उन्हीं के नाते अछूड़ है । उनकी आज शहादत दिवस पर हम उन्हें याद करें और यह सोचे कि जिस देश को आगे बढ़ाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी उस देश को कैसे हम लोग मिलकर एक रखें ,अखंड रखें । कार्यक्रम के अंत में आए हुए अतिथियों का तथा शहीद सौदागर सिंह की बहू व शहीद भगवती प्रसाद सिंह की एक मात्र पुत्री सुदामा देवी को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम के संयोजक व्यवस्थापक डॉ राजेंद्र सिंह ने आए हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर पंकज दीक्षित, अखिलेश सिंह, विश्व प्रकाश सिंह मुन्नू, प्रशांत सिंह ,राजेश सिंह अखंड सिंह ,अशोक कुमार पांडे, साधू सिंह, राजेंद्र सिंह, काली सिंह, फूलचंद यादव, चंद्रजीत तिवारी ,हरीश तिवारी, संतोष यादव प्रमुख, सोनू सिंह प्रधान, वीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रवीण सिंह, लेखपाल अमित तिवारी, विनोद राजभर ,अभिषेक सिंह सोनू, लक्ष्मण मौर्य, प्रहलाद सिंह, विशाल सेठ आदि उपस्थित रहे।

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