श्री मोती बीए की 16वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
बरहज, देवरिया।
स्वर्गीय श्री मोती बीए के निवास स्थान लक्ष्मी निवास बरहज देवरिया में उनकी 16वीं पुण्यतिथि मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कवि रामेश्वर प्रसाद यादव ने श्री मोती बीए के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश तिवारी अनजान ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामेश्वर प्रसाद यादव ने श्री मोती बीए पर अपनी रचना को प्रस्तुत करते हुए कहा कि “गीत कविता के छंद, मोर मन मकरंद, सोंधी माटी के सुगंध पहचान मोती जी” कवि रमेश तिवारी अंजान ने कहा “गीत गजल कविता अनुवादन के खातिर बदनाम, उनकर मोती बीए नाम”
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ संकर्षण मिश्र ने कहा ” जब कोयल लगे गाने, फूल लगे मुस्काने, जब गेहूं में लगे दाने, जब लोग बने दीवाने, तो जान लीजिए बसंत आ गया”
कवि प्रेम शंकर तिवारी ने सुनाया “मैं छोटा सा एक बच्चा था, जब उंगली थाम के चलता था, तू दूर नजर से होती थी, मैं आंसू भर के रोता था”
कार्यक्रम में अमित कुमार मिश्रा पहाड़ी, बाबू राम प्रजापति, रमेश तिवारी, भालचंद उपाध्याय, दीपक पटेल, जनार्दन, फैजान अंसारी, जीशान अंसारी, ऋतिक गिरी इत्यादि लोग उपस्थित रहे। संचालन अन्जनी कुमार उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम में सम्मानित अतिथियों एव , आगंतुक लोगों को शाल, डायरी और कलम के साथ सम्मानित किया गया। श्री मोती बीए के द्वितीय पुत्र कवि भालचंद्र उपाध्याय ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया । सम्मानित होने वाले लोगों में दीपक पटेल, जगरनाथ, रामेश्वर प्रसाद यादव, रमेश तिवारी अंजान, प्रेम शंकर तिवारी, डॉ संकर्षण मिश्र इत्यादि लोग प्रमुख थे।