सीवर में उतरे चाचा-भतीजे सहित तीन लोगों की मौत, जहरीली गैस ने ली जान; मथुरा में हुआ हादसा

रिपोर्टर अजीत कुमार सिंह बिट्टू जी ब्यूरो चीफ हिंद एकता टाइम बलिया ब्यूरो की जांच को पहुंची पुलिस टीम के सामने पहले इलेक्ट्रीशियन की लापरवाही से जान जाने की बात सामने आई थी। बताया गया था कि सीवर टैंक में पंप ठीक करने के लिए श्रमिकों के उतरने से पहले इलेक्ट्रीशियन को विद्युत आपूर्ति बंद करने को कहा था। मगर, उसने ऐसा नहीं किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीली गैस से मौत होने की बात सामने आई है।

 

 

 

वृंदावन में प्रेम मंदिर के सामने स्थित बीकानेर वाला रेस्तरां के सीवर टैंक में पंप ठीक करने उतरे तीन श्रमिकों की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों में बलिया के चाचा-भतीजा और मथुरा के नौहझील का एक युवक शामिल है।

 

 

 

देर शाम तीनों के शवों का वीडियोग्राफी के बीच डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इसमें तीनों की नाक में झाग पाए गए। जहरीली गैस कौन सी थी, इसकी जांच के लिए पुलिस ने विसरा संरक्षित कर लिया है। इसे आगरा की एफएसएल लैब भेजा जाएगा।

 

आगरा निवासी मनोज शर्मा ने बीकानेर वाला की फ्रेंचाइजी लेकर करीब 12 दिन पहले ही इस रेस्तरां का उद्घाटन किया था। बीकानेर वाला कंपनी की ओर से सीवर की मरम्मत कार्य के लिए फरीदाबाद की मैट्रोयड कंपनी को अधिकृत कर रखा है। शुक्रवार को सीवर टैंक में लगा गंदे पानी को खींचकर शोधन यंत्र तक पहुंचाने वाला पंप खराब हो गया।

 

शनिवार सुबह मैट्रोरॉयड कंपनी के सुपरवाइजर अमित गुप्ता (35) पुत्र स्वः शिवानंद गुप्ता निवासी अठेलापुरा, रसड़ा, बलिया पंप को टैंक से बाहर निकालने के लिए मजदूर श्याम (36) निवासी सल्ला, नौहझील को दिहाड़ी पर लेकर पहुंचे। सुबह 10 बजे अमित और श्याम टैंक में उतर गए। कुछ ही समय में वह अचेत हो गए।

 

 

पास ही काम कर रहा अमित का भतीजा पेंटर प्रिंस गुप्ता (24) निवासी अठेलापुरा, रसड़ा, बलिया चाचा को बचाने की खातिर लोगों द्वारा रोके जाने के बावजूद टैंक में कूद गया, लेकिन उसकी भी मौत हो गई। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम, फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन रस्सी के सहारे से तीनों को सीवर टैंक से बाहर निकालकर सौ शैय्या अस्पताल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

 

किराए के कमरे में भतीजे-साले के साथ रहता था अमित

 

 

 

 

 

अमित गुप्ता वृंदावन में छह माह पहले ही आया था। यहां रेस्तरा की बिल्डिंग सहित अन्य कार्य के चलते उसे भेजा गया था। वृंदावन की देव कॉलोनी में अमित गुप्ता के साथ उसका भतीजा प्रिंस गुप्ता, साला अमरनाथ गुप्ता व चाचा का बेटा पंकज गुप्ता भी रहते हैं।

 

30 मिनट तक नहीं पहुंची मदद

अमित के साले अमरनाथ ने बताया कि हादसा करीब 10 बजे हुआ। मौके पर चीख-पुकार मच गई। तीन लोग टैंक के भीतर अचेत हालत में थे। मगर, कोई भी उनको बाहर निकालने को तैयार नहीं था। सबको डर था कि टैंक में करंट फैला हुआ है। उनकी भी जान जा सकती है। 10.30 बजे पुलिस के आने के बाद बाहर निकाला गया।

 

बोले अधिकारी

तीनों मौत का जिम्मेदार जो भी होगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। टैंक में से बदबू आ रही थी ऐसे में जहरीली गैस से मौत का अंदेशा जाहिर किया गया था। करंट से मौत के पहलू से भी जांच कर रहे थे। – शैलेश पांडेय, एसएसपी

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