जबलपुर में नर्मदा जयंती को भव्य स्वरूप से मनाया जाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कई मुस्तैयत व्यवस्थाएं
जबलपुर में नर्मदा जयंती को भव्य स्वरूप से मनाया जाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कई मुस्तैयत व्यवस्थाएं की गई है इसी कड़ी में नर्मदा तट ग्वारीघाट के आसपास श्रद्धालुओं की भारी भीड़ करने की आशंका को लेकर वर्षों से नर्मदा तट के किनारे व्यापार करने वाले छोटे व्यापारियों को वहां से अलग करते हुए घाट से दूर व्यापार करने के निर्देश दिए गए हैं इसी कड़ी में सीएसपी hr पांडे उसने बताया कि विभाग द्वारा बीते दिनों एक बैठक लेने के बाद यह निश्चय किया गया कि घाट के किनारे व्यापार करने वाले लोगों को नर्मदा जयंती के दौरान घाट से थोड़ा दूरी पर हटकर ही व्यापार करने की अनुमति दी जाएगी वही इस फैसले में एक नया मोड़ तब आ गया जब पुलिस प्रशासन व्यवस्था दुरुस्त करने घाट के किनारे व्यापार करने को लेकर दुकान लगाकर बैठे लोगों को हटाने पहुंचा। इस दौरान काफी हंगामा की स्थिति खड़ी हो गई वर्षों से व्यापार कर रहे व्यापारियों का कहना यह है कि इतने बड़े मेले में यदि उन्हें व्यापार करने नहीं मिला तो उन्हें काफी नुकसान होगा उनका कहना है कि उन्हें भले ही थोड़ी सी जगह दी जाए लेकिन घाट के किनारे ही जगह दी जाए। उपरोक्त मामले को लेकर लंबे समय तक विवाद की स्थिति बनी रही हालांकि पुलिस विभाग इस बात की पुष्टि कर रहा है कि सभी सहमति से मान गए हैं लेकिन व्यापार करने वाले एक तबके की माने तो जिला प्रशासन का यह तानाशाही रवैया है जहां उन्हें उनके व्यापार से दूर किया जा रहा है।
बाइट hr पांडे सीएसपी
बाइट वंदना वंश कर
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट
की गई है इसी कड़ी में नर्मदा तट ग्वारीघाट के आसपास श्रद्धालुओं की भारी भीड़ करने की आशंका को लेकर वर्षों से नर्मदा तट के किनारे व्यापार करने वाले छोटे व्यापारियों को वहां से अलग करते हुए घाट से दूर व्यापार करने के निर्देश दिए गए हैं इसी कड़ी में सीएसपी hr पांडे उसने बताया कि विभाग द्वारा बीते दिनों एक बैठक लेने के बाद यह निश्चय किया गया कि घाट के किनारे व्यापार करने वाले लोगों को नर्मदा जयंती के दौरान घाट से थोड़ा दूरी पर हटकर ही व्यापार करने की अनुमति दी जाएगी वही इस फैसले में एक नया मोड़ तब आ गया जब पुलिस प्रशासन व्यवस्था दुरुस्त करने घाट के किनारे व्यापार करने को लेकर दुकान लगाकर बैठे लोगों को हटाने पहुंचा। इस दौरान काफी हंगामा की स्थिति खड़ी हो गई वर्षों से व्यापार कर रहे व्यापारियों का कहना यह है कि इतने बड़े मेले में यदि उन्हें व्यापार करने नहीं मिला तो उन्हें काफी नुकसान होगा उनका कहना है कि उन्हें भले ही थोड़ी सी जगह दी जाए लेकिन घाट के किनारे ही जगह दी जाए। उपरोक्त मामले को लेकर लंबे समय तक विवाद की स्थिति बनी रही हालांकि पुलिस विभाग इस बात की पुष्टि कर रहा है कि सभी सहमति से मान गए हैं लेकिन व्यापार करने वाले एक तबके की माने तो जिला प्रशासन का यह तानाशाही रवैया है जहां उन्हें उनके व्यापार से दूर किया जा रहा हैं।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट