झारखंड में वज्रपात और मिट्टी ढहने की दो घटनाओं में चार बच्चों की मौत

Four children died in two incidents of lightning and landslide in Jharkhand

 

रांची:। झारखंड में दशहरा के दिन शनिवार को दो दर्दनाक हादसों में चार बच्चों की मौत हो गई। पहली घटना गुमला जिले के पालकोट प्रखंड की है, जहां वज्रपात की चपेट में आकर दो बच्चों ने दम तोड़ दिया। दूसरी घटना में दुमका जिले के जोगिया मोड़ में मिट्टी के ढेर के नीचे दबकर दो बच्चों की जान चली गई।

बताया गया कि गुमला के पालकोट प्रखंड के पीढ़ा चट्टान गांव में बच्चे बकरी चराने गए थे। बारिश होने लगी तो बच्चे एक जंगली गुफा में छिप गए। इसी दौरान वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आकर चार बच्चे सोमराज राम, राहुल राम, सुनील राम, बिंदेश्वर राम अचेत हो गए। इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों ने बच्चों को पालकोट प्रखंड मुख्यालय स्थित अस्पताल पहुंचाया, जहां सोमराज और राहुल को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। दो अन्य बच्चों का इलाज चल रहा है।

दूसरी घटना के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार, देवघर- दुमका को जोड़ने वाले एनएच पर जोगिया मोड़ के पास खुदाई कर इकट्ठा की गई मिट्टी का टीला ढहने की वजह से वहां खेल रहे दो बच्चे उसके नीचे दब गए। इसकी जानकारी मिलने पर पोकलेन और जेसीबी बुलाकर मिट्टी हटाई गई, लेकिन तब तक उसके नीचे दबे दोनों बच्चों की मौत हो गई थी। ये दोनों हथनामा गांव निवासी सिद्दीक मियां एवं मुमताज मियां के बच्चे थे।

घटना की सूचना मिलने पर जरमुंडी के पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल मौके पर पहुंचे। दोनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण करा रही कंपनी के ठेकेदार ने खतरनाक तरीके से जगह-जगह मिट्टी के टीले खड़े कर दिए हैं। इसके कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं।

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