Azamgarh :मकान तोड़कर जल निगम की टंकी बनाई जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश

मकान तोड़कर जल निगम की टंकी बनाई जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश

रिपोर्टर रोशन लाल
आजमगढ़

आजमगढ़ जिला के नगर पालिका परिषद बिलरियागंज अंतर्गत मधनापार वार्ड के रामपुर के हरिजन बस्ती में आबादी की जमीन पर स्थित एक व्यक्ति का मकान तोड़कर जल निगम की टंकी बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने एस डी एम,डीएम और कमिश्नर का दरवाजा खटखटाकर न्याय की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा जल निगम विभाग को गुमराह करके गांव की आबादी की जमीन को नवीन परती बता कर उसे जल निगम के लिए दे दिया गया य्ह् कहकर कि ग्राम प्रधान के प्रस्ताव के प्रस्ताव मे भी यह जमीन नविन परती है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह् जमीन नवीन नहीं है आबादी है। इस पर कई पीढ़ी से हम लोग पूर्वज रहते चले आ रहे हैं।अगर ऐसा हुआ तो भविष्य में हम ग्रामीणों के लिए काफी खतरा बना रहेगा कभी भी टंकी टूट कर गिर सकती है जिससे पास पड़ोस मैं निवास करने वालों का काफी नुकसान हो सकता है या तो मकान ही धारासायी हो जाएगा बाहर हाल मामला कुछ भी हो यह तो जाँच का विषय है। आबादी है या नवीन परती । ग्रामीणो का कहना है कि सरकार एक तरफ गरीबों को मकान दे रही है और दूसरी तरफ यह लोग गरीबों के मकान को गिराकर उसमें जल निगम बनवा रहे है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लेखपाल की मनमानी के आगे यदि हमारा गिराया हुआ मकान नहीं बनवाया गया और उसके स्थान पर टंकी बैठाई गई तो हम कोई भी कदम बढ़ाने पर बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। इसके लिए हम लोग पुनह कानून का सहारा लेते हुए एस डी एम डीएम और संबंधित अधिकारियों तथा न्यायालय से न्याय की गुहार लगाएंगे ।
जब इस संबंध मे सच्चाई जानने के लिए संबंधित कानूनगो राम सुंदर यादव से मकान ध्वस्त हुए ज़मीन के बारे मे बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मोके पर आबादी की ज़मीन नहीं है वहां पर सिर्फ आबादी की ज़मीन है जिसपर टंकी का निर्माण हो रहा है। उस ज़मीन पर मकान था ही नहीं।

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