आजमगढ़ के अहरौला स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर नदारत, करंट की चपेट से आने से तड़पता रहा
रिपोर्ट: सुमित उपाध्याय
अहरौला/आजमगढ़, उत्तर प्रदेश सरकार व डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार प्रयास कर रहे हैं कि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुविधा दिन प्रतिदिन बढ़ाने के चक्कर में है, उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक लगातार अस्पतालों का औचक निरीक्षक कर रहे हैं , व्यवस्थाएं सुधारने के बजाय और बिगड़ती नजर आ रही है, ताजा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला का प्रकाश में आया है, अहरौला थाना क्षेत्र के हासापुर गांव निवासी रामा यादव हाई वोल्टेज करंट के चपेट में आ जाने से बुरी तरह से झुलस गए परिजन आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहिरौला ले गए आधे घंटे तक परिजन इधर-उधर डॉक्टर और स्टाफ को ढूंढते रहे लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला, जिससे परिजन आक्रोशित हो गए और अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी तोड़फोड़ की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई , लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक मोहनलाल मौके पर नहीं पहुंच पाए , आजमगढ़ के अधिकांश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधीक्षक और डॉक्टर नदारत रहते हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि समुदाय स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक अस्पताल परिसर में नहीं रहते है, स्वास्थ्य मंत्री का फरमान है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक और संबंधित डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात रहेंगे, लेकिन सरकारी सुख सुविधाओं और वेतन को लेने वाले डॉक्टर को कोई असर नहीं पड़ रहा है, कुछ लोगों का कहना है कि समुदाय स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक अपने क्लीनिक भी दूसरे जनपद में चलते हैं,