Azamgarh news:जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कायाकल्प योजना,अमृत सरोवर, अस्थाई गौ आश्रय स्थल के सन्दर्भ की गई समीक्षा बैठक
रिपोर्ट: आफताब आलम
आजमगढ़: जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में कायाकल्प योजना, अमृत सरोवर, अस्थाई गौ आश्रय स्थल की समीक्षा बैठक की गई। जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत निधि से बनने वाले स्कूलों की बाउंड्रीवॉल जो अभी तक पूर्ण नहीं है, उसे 15 अक्टूबर तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा की जहाँ पर बाउंड्री वॉल का निर्माण प्रारंभ नहीं किया गया है, वहां की बाउंड्री वॉल निर्माण को प्रारंभ कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि जहां पैसे की कमी है, वहां तारबाड़ कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्राथमिकता से कक्षों का टाइलीकरण शौचालय एवं किचन का टाइलीकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहां बजट नहीं है, वहां बजट आने की प्रत्याशा में काम कराया जाए। उन्होंने कहा कि रनिंग वाटर, छोटे-मोटे कार्यों एवं टॉयलेट के कार्यों को प्रत्येक दशा में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।अमृत सरोवर निर्माण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इनलेट, आउटलेट, स्लोप एवं प्रॉपर लेवलिंग कार्यों को कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि तालाबों के बंधों, तालाबों की गहराई, घाट आदि को समय से बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारी स्वयं जाकर अमृत सरोवर की जांच करें। उन्होंने कहा कि सभी तालाबों की सेटेलाइट फोटो लिया जाए तथा आबादी के बीच के तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कर प्रापर सौन्दर्यीकरण कराया जाए। उन्होंने कहा कि रोड के किनारे के तालाबों को बेहतर ढंग से तथा दूर-दराज के क्षेत्र में स्थित तालाबों को जल संरक्षण लायक बनाया जाए तथा तालाबों के किनारे लगाया गये वृक्षों का भी संरक्षण किया जाए।जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को सहभागिता योजना में अधिक से अधिक पशुओं को संरक्षित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की सहभागिता योजना को प्रमोट करें तथा मनरेगा से पशुओं के लिए शेड आदि बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पशुओं को हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए गौ आश्रय स्थल के पास जमीन यदि उपलब्ध नहीं है तो 5 किमी0 की एरिया में बोवाई करायें। उन्होंने कहा कि जहां पर कम क्षमता की गौशाला है, उसे एक्सटेंशन योजना से विस्तार करें। उन्होंने कहा कि जिस न्याय पंचायत में गौ आश्रय स्थल नहीं है, वहां पर नई स्थाई/अस्थाई गौ आश्रय स्थल निर्माण की कार्य योजना उप जिलाधिकारी से मिलकर तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि सभी गौ आश्रय स्थलों पर गोवंश की देखभाल के लिए रात में भी केयरटेकर रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम से प्रत्येक दिन गौ आश्रय स्थलों पर फोन कर वहां की स्थिति का जायजा लें। उन्होंने कहा कि कुछ चिन्हित गौर आश्रय स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी प्लान तैयार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गौ पालकों का शत प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का कोई भुगतान पेंडिंग में ना रखें।इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में मॉडल उचित दर की दुकानों का निर्माण एवं लर्निंग लैब निर्माण (आईसीडीएस) की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, एडीपीआरओ, समस्त खंड विकास अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।