आजमगढ़:ग्रामीणों ने बताया सच्चाई, कभी नहीं होती गांव में सफाई
आजमगढ़:महाराजगंज से कमलाकांत शुक्ल की रिपोर्ट
महराजगंज,/आजमगढ़:महीने भर से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमा जहां संचारी रोगों से रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार व जागरूकता के नाम पर लाखों रुपए पानी की तरह बहा रहा है वहीं केंद्र और प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान को गांवों में तैनात सफाई कर्मी किस प्रकार पलीता लगा रहे हैं इसका उदाहरण रविवार को ग्राम पंचायत चांदपुर में देखने को मिला ।
गांव में पहुंचे संवाददाता ने देखा कि गांव के प्रमुख मार्गों पर कूड़ा-कचरा व गंदगी का अंबार लगा हुआ था । गंदगी से बजबजा रही नालियों से आ रही दुर्गंध सफाई व्यवस्था को खुद से बयां कर रही थीं । सफाई कर्मियों द्वारा कार्यस्थल पर कार्य न करने के पीछे एक सवाल यह भी उठता है कि जब उनका वेतन प्रत्येक माह ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत द्वारा सत्यापन के बाद ही निर्गत होता है तो बिना कार्य के संबंधित कर्मचारी के पेरोल पर हस्ताक्षर कैसे हो जाता है । यह कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार व कमीशन खोरी की तरफ इशारा करता है । मौजूद ग्रामीणों से जब इस संबंध में हकीकत जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताया कि गांव में सफाई की बात तो छोड़िए यहां किस सफाई कर्मी की तैनाती है यह भी हमें नहीं पता है । जब जाम नालियों से दुर्गंध आने लगती है तो मजबूरन खुद ही सफाई और कचरे का प्रबंध करना पड़ता है । ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत अधिकारी भी गांव की दुर्दशा देखना मुनासिब नहीं समझते और गांव में कभी नहीं आते । सफाई व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने क्या कहा आइये जानते हैं उन्हीं के द्वारा बताई गई सच्चाई ।
स्वच्छता की कहानी, ग्रामीणों की जुबानी
ग्राम पंचायत चांदपुर की सफाई व्यवस्था को लेकर गांव निवासी सुरेंद्र यादव ने बताया कि हमें तो यह भी नहीं पता है कि गांव में किसी सफाई कर्मचारी की तैनाती है भी या नहीं । जितेंद्र यादव ने कहा कि तीन वर्ष हो चुके गांव की नालियों व मार्गों की सफाई नहीं हुई । सफाई कर्मी और ग्राम पंचायत अधिकारी कभी गांव में दिखाई नहीं देते हैं । विकासखंड कार्यालय पर शिकायत की गई लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई । जय विनय यादव ने बताया कि सब कुछ कागजों में होता है । गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है । बरसात के मौसम में बीमारियां फैलने का खतरा बना है । कुछ ऐसा ही अंगद यादव ने भी बताया कहा कि वर्षों बीत गए गांव में कोई सफाई कर्मी नहीं आया । गंदगी से पूरे गांव में मच्छरों का प्रकोप है वहीं बीमारियां फैलने की आशंका बनी है ।