जौनपुर:स्वदेशी स्वरोजगार एवं स्वावलम्बन विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
रिपोर्ट- शमीम
जौनपुर ।स्वदेशी जागरण मंच के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी जी की 103वीं जयन्ती को मनाए जाने के क्रम में आज तिलकधारी विधि महाविद्यालय में स्वदेशी, स्वरोजगार एवं स्वावलम्बन: आत्मनिर्भर भारत का आधार विषयक संगोष्ठी का आयोजन स्वावलंबी भारत अभियान, जौनपुर (काशी प्रांत) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य और विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो राजेश सिंह ने की। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में डॉ अजय पतकी, अखिल भारतीय सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच रहे। डॉ पतकी ने भारत को वर्तमान में उपलब्ध जनांकिकी सुलाभ की चर्चा की और इस सुलाभ को लाभ में परिवर्तित करने के लिए कौशल दक्षता एवं उद्यमिता की भावना के विकास की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. अमिता पतकी, अखिल भारतीय महिला कार्य प्रमुख, स्वदेशी जागरण मंच एवम दूसरे विशिष्ट अतिथि के रूप में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य एवं स्वावलम्बी भारत अभियान के जिला संयोजक डॉ. मनोज पांडेय रहे। श्रीमती पतकी ने ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सदैव से स्वावलम्बी रहा, ये विदेशी थे जिन्होंने हमें दिग्भ्रमित किया और निर्भरता की हीन भावना मन में सृजित की। डॉ मनोज पांडेय ने अतिथि एवं विषय परिचय कराया। इस क्रम में डॉ. पांडेय ने उद्यमी मनोविज्ञान के विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत युवा प्रमुख एवं पूर्णकालिक काशी प्रांत विवेक कुमार ने स्वावलम्बी भारत अभियान के नारों का उद्घोष कराया। मड़ियाहूं महाविद्यालय के सहायक आचार्य एवम स्वदेशी जागरण मंच के जिला विचार एवम संपर्क प्रमुख डॉ. विवेक कुमार मिश्र ने स्वावलम्बी भारत अभियान के उद्देश्यों, सांगठनिक संरचना और उद्देश्य प्राप्ति के चतुष्पंक्ति मार्ग से सभा को परिचित कराया। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, जिला संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच ने किया।अतिथियों का आभार ज्ञापन प्रोफेसर राजेश सिंह ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह मंत्री उद्देश्य सिंह, स्वावलम्बी भारत अभियान के पूर्णकालिक अमरेंद्र जी, जिला युवा प्रमुख आदित्य कुमार, सुमित सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र छत्राएँ उपस्थित रहे।