सृष्टि के पुनर्जन्म व विनाश के देव हैं भगवान शिव – आचार्य अजय शुक्ल
विनय मिश्र जिला, संवाददाता।
देवरिया।
सलेमपुर, देवरिया। तहसील क्षेत्र के मंगराइच स्थित जयराम ब्रम्ह स्थान पर महाशिवपुराण कथा का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए आचार्य अजय शुक्ल ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के पुनर्जन्म व विनाश के देवता हैं। इस महापुराण के श्रवण मात्र से मनुष्य को मोक्ष व शिवलोक की प्राप्ति हो जाता है।इसमें भोलेनाथ के प्रसन्न होने व उनके विधिविधान से पूजा करने के बारे में बताया गया है।जिनके करने से भक्तों को कष्ट से मुक्ति मिलती है।उनका जीवन धन्य हो जाता है।पुराण में बारहों ज्योतिर्लिंग के महत्व को वर्णित किया गया है जो शिव के शक्ति के प्रतीक हैं। देवो के देव महादेव बहुत ही भोले हैं पौराणिक मान्यता के अनुसार इनको प्रसन्न करने के लिए किसी भी विशेष पूजा अर्चना की जरूरत नहीं है। केवल पवित्र मन से स्मरण मात्र से भक्तों का उन्होंने सदैव कल्याण किया है।शिव परमब्रह्म हैं जगत में सब जगह व्याप्त हैं,उनके तेज से ही पूरा ब्रम्हाण्ड प्रकाशित हुआ है।इनके भक्तों से मृत्यु भी कांपती है, बिना इनके आदेश के वह किसी का भी प्राण हरण नही कर सकती है।इस नश्वर शरीर को बिना ज्ञान व वैराग्य के मुक्ति नही मिल सकती है।इन्होंने अपना सब कुछ त्याग कर कैलाश पर्वत को अपना ठिकाना बनाया।देवता हों या असुर जो भी सच्चे मन से इनको याद किया इन्होंने उसका कल्याण किया चाहें वह रावण हो या भस्मासुर ।आप सभी भक्तों को भी अपने जीवन में सदमार्ग पर चल कर समाज व धर्म की रक्षा करनी चाहिए।कलयुग में सबसे ज्यादा प्रहार धर्म की राह पर चलने वाले प्राणियों पर ही होगा।इनको कष्ट हो सकता है लेकिन उस पीड़ा को बाबा भोलेनाथ दूर करेंगें। कथा के दौरान त्रिगुणानंद शास्त्री, मदन तिवारी, प्रेमशंकर, आशुतोष,अभिषेक कुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।