मध्य प्रदेश में कांग्रेस की चुनावी हकीकत जानने की कवायद

Exercise to know the electoral reality of Congress in Madhya Pradesh

भोपाल: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। चुनाव में कांग्रेस की स्थिति क्या रही, नतीजे किस तरह के हो सकते हैं, यह हकीकत जानने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह उम्मीदवारों के साथ बैठक करने वाले हैं। इसमें तमाम उम्मीदवार अपने क्षेत्रों की स्थिति के बारे में जमीनी फीडबैक देंगे।

 

 

 

भोपाल, 19 मई । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। चुनाव में कांग्रेस की स्थिति क्या रही, नतीजे किस तरह के हो सकते हैं, यह हकीकत जानने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह उम्मीदवारों के साथ बैठक करने वाले हैं। इसमें तमाम उम्मीदवार अपने क्षेत्रों की स्थिति के बारे में जमीनी फीडबैक देंगे।

 

 

 

 

 

राज्य में लोकसभा की 29 सीटों पर चार चरणों में मतदान हुआ। इनमें से कांग्रेस ने एक सीट समाजवादी पार्टी को आपसी समझौते के तहत दी थी। वहीं, इंदौर के कांग्रेस उम्मीदवार ने नामांकन वापस लेकर भाजपा दामन थाम लिया था। इस तरह 27 स्थानों पर ही कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में रहे। अब इन सीटों पर पार्टी को क्या संभावना है, यह जानने की कवादय तेज हो चली ,

 

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह सोमवार को भोपाल में रहेंगे और उम्मीदवारों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।

 

 

 

राज्य में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झौंकी थी और राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे के दौरे हुए। वहीं, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा पूरी तरह सक्रिय रहे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के अलावा कुछ स्थानो पर सभाएं कीं और दिग्विजय सिंह ने भी तीसरे चरण के चुनाव के बाद निमांड मालवा में सक्रियता दिखाई।

 

 

 

 

इस बार के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता अपने इलाके को मतदान होने तक छोड़ नहीं पाए। पहले चरण में छिंदवाड़ा में मतदान हुआ। यहां से उम्मीदवार नकुलनाथ थे। बेटे की साख दांव पर होने के कारण कमलनाथ दूसरे क्षेत्रों में नही जा पाए। वहीं, दिग्विजय सिंह स्वयं राजगढ़ से उम्मीदवार थे, जिसके चलते उन्हें ज्यादा समय वहीं देना पड़ा और मतदान के बाद ही प्रचार में लग सके।

 

 

 

 

 

राज्य में वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 29 सीटों में से कांग्रेस को सिर्फ एक पर जीत मिली थी। छिंदवाड़ा में नकुलनाथ जीते थे। वहीं, इस बार कांग्रेस अपनी बड़ी जीत का दावा कर रही है। भाजपा ने सभी 29 सीटें जीतने के लिए दाव लगाया है।

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