मऊ सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना किया शुरू। लू मे लम्बे समय तक रहना खतरनाक- डा मनोज यादव। 

 

रिपोर्ट:अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।

घोसी।मऊ।घोसी सहित जनपद मऊ में प्रचंड गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सूरज की तपिश बढ़ने से दोपहर के समय बहुत तेज गर्म हवाएं चल रही हैं जिससे हीट स्ट्रोक यानी लू लगने का खतरा बढ़ गया है।इस लिए लोग खास कर बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे भीषण गर्मी को देखते हुए घर से बहुत जरूरत होने पर ही निकले। पानी का सेवन खूब करे।

लब्ध प्रतिष्ठित फिजिशियन डॉक्टर मनोज यादव युक्त बाते बताते हुए कहा कि बताते हैं कि *हीट स्ट्रोक यानी लू* से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता प्रभावित होती है। ये समस्या आमतौर पर तब होती है जब शरीर अपने सामान्य तरीकों, खास तौर पर पसीने के जरिए ठंडा नहीं हो पाता। डॉ मनोज यादव बताते हैं कि तापमान में वृद्धि और लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में रहने के परिणाम काफी खतरनाक हो सकते हैं। जिससे शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान भी हो सकता है। लू यानी हीट स्ट्रोक की वजह से चक्कर, बेहोशी, धुंधलापन, बोलने में दिक्कत और भ्रम जैसी स्थिति भी हो सकती है। हीट स्ट्रोक के कारण रक्त प्रवाह कम हो जाता है और महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचता है। हीट स्ट्रोक के लक्षणों वाले किसी भी व्यक्ति को तुरंत किसी नजदीकी अस्पताल में चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए ।

हिट स्ट्रोक मे सांस लेने में दिक्कत, शरीर में ऐंठन,त्वचा पर दाने, मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव,ब्लड प्रेशर का लो होना,गुर्दे की क्षति जैसी कई अन्य तरह की समस्याएं भी आ सकती हैं।बताया कि हीट स्ट्रोक से कैसे बचें पर कहा घर से बाहर निकलने वाली कोई भी गतिविधि शाम या सुबह के समय में करें । धूप में हेवी फिजिकल एक्टिविटी ना करें और जितना संभव हो छाया में रहें। गर्मियों में नारियल पानी, सत्तू , बेल का शरबत, छाछ यानी मट्ठा, जूस, नींबू पानी जैसी चीजों का सेवन करना हीट स्ट्रोक से बचाव में सहायक सिद्ध होता है। इसके अलावा खिचड़ी, सलाद, दही, खीरा, ककड़ी, टमाटर जैसी चीजें शामिल करने से शरीर में ज्यादा पानी जाएगा जो हीट स्ट्रोक से बचाव में सहायक होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button