शबे-ए बरात गुनाहों से तौबा की रात है

 

रिपोर्ट:अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।

घोसी। घोसीनगर के बड़ागाँव शिया मुहल्ले में गुरुवार की रात को शबे-ए बरात के मौके पर शिया एवं सुन्नी समुदाय के लोगो ने अपने पूर्वजों की कब्रो एवं मजारो पर फातेहा पढ़कर उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ माँगी।साथ ही इमामे मेहँदी के जन्मदिन के अवसर पर सदर ईमाम बारगाह व एहतेशाम हैदर उर्फ लड्डन के घर पर एक महफिले मुकासदा का आयोजन हुआ।कार्यक्रम पूरी रात दुआएं मांगी गई।फिर सुबह 3 बजे भोर में सैकड़ों की संख्या की तादाद मे लोग दोहरीघाट पुल पर पहुँच कर लगभग 1 घण्टे महफिल का आयोजन चला। जिसमें कसीदे खानों ने कसीदा पढ़ा।शब ए बारात के अवसर पर सदर इमाम बाड़ा के साथ अन्य कब्रिस्तानो पर लाइट की सजावट के साथ लोगों ने अपने पूर्वजो की कब्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर उनको याद किया। इस अवसर पर मौलाना नसिमुल हसन,मौलाना मेहँदी हुसैनी ने दुआएं कुमैल पढ़ी।लोगो को बताया कि आज की रात इबादत की रात हैं और जितना हो सके इबादत करे।आज की रात आखरी इमाम इमामे मेहँदी का जन्म की रात हैं।उसके बाद लोगों ने दोहरीघाट पहुँच कर अपने अपने अरीजे मे अपने अपनी मांगों के हिसाब से आठे में गुद कर नदी में फेंक दिया।इस अवसर पर मौलाना अहमद अब्बास, मौलाना नसिमुल हसन,मौलान सैय्यद अली फ़क़री,मेहँदी रज़ा, डॉ वक़ार,सरवर हुसैन, साज़िद ज़ाहिदी, नसीम अख्तर, मेहँदी रज़ा, आले हसन, मज़हर नेता,नूर मुहम्मद, तफ़हीम हैदर,क़मर अब्बास,फ़िरोज़ हैदर,मौलाना मुहम्मद अक़ील,महमूद असगर, शमीम हैदर,मिशम अली, राजिश उर्फ हैदर आदि लोग मौजूद रहे।

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