न्याय के लिए क्षेत्राधिकारी दरबार पहुंचे परिजन
The family reached the court of the area officer for justice
आज़मगढ़ जिले के बूढनपुर तहसील क्षेत्र के अहरौला थानाक्षेत्र के मड़ना गांव निवासी चन्द्रकला पत्नी स्व. रामशब्द समेत तमाम लोगों ने तहसील परिसर में बृहस्पतिवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस सम्बंध में उन्होंने क्षेत्राधिकारी को ज्ञापन सौंपा। चंद्रकला का कहना है कि मेरे पट्टीदार प्रमोद कुमार और प्रदीप कुमार द्वारा मेरे बेटे को फर्जी मुकदमे में फंसा दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रमोद कुमार अपनी मंडई में स्वयं आग लगाकर मेरे बेटे और परिवार को फंसा दिया। चंद्रकला का आरोप है कि रात में प्रमोद द्वारा पहले मंडई में आग लगाई गई और जब आग को बुझाने के लिए परिजन पहुंचे तो मेरी बेटी और बेटों को मारकर घायल कर दिया। इतना ही नहीं प्रमोद ने उन्हें आग लगाने के फर्जी मुकदमे में फंसा दिया। वहीं पीड़ित परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर बिना जांच किए ही कार्यवाही करने का आरोप लगाया है। पीड़ित परिजनों की माने तो प्रमोद और उसके परिवार के लोग तंत्र मंत्र के चक्कर मे लोगों को बहला फुसलाकर लूटते हैं। जिस दिन आग लगी उसदिन भी वह लोग ऐसा ही कर रहे थे। वह लोग आग जलाकर हवन कर रहे थे। उसी दौरान आग लग गई। लेकिन जमीनी विवाद के चलते उन लोगों ने हमे फंसा दिया। वहीं इस सम्बन्ध में मीडिया की टीम ने गांव के भी कुछ लोगों से बातचीत की। गांव के ही लईची देवी ने बताया कि प्रमोद के मंडई में किसी दूसरे व्यक्ति ने आग नहीं लगाई बल्कि वह लोग खुद हवन कर रहे थे और आग लग गई। उसी मामले में फर्जी तरीके से गांव के एक गरीब व्यक्ति को फंसा दिया गया। वहीं इस मामले में क्षेत्रधिकारी किरणपाल सिंह ने बताया कि प्रार्थना पत्र मिल गया है। जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।