देवरिया,यहां होती है मां की अष्टमी तिथि को विशेष पूजा।
रिपोर्ट विनय मिश्रा
देवरिया ! माता जी का सिद्ध पीठ स्थल जहां अष्टमी को होती है विशेष पूजा है लोगों का कहना है ।कि यह सिद्ध स्थान पहले जंगल के रूप में विद्यमान था इसी घने जंगल के बीच माता एक दिव्य स्थान मिट्टी का बना हुआ था ।जिस पर कुछ पिंडिया विराजमान थी। धीरे-धीरे जंगल कटते गए और लोग बस गए यह स्थान लगभग 400 वर्ष पुराना बताया जाता है। लोग इस स्थान पर अपनी मन्नत मानकर जाते थे माता पूर्ण करती थी ।आने के बाद वह भजन कीर्तन पूजा पाठ करते थे धीरे-धीरे मंदिर का विकास शुरू हुआ आज मंदिर का रूप ले लिया है। ग्राम वासियों के सहयोग से मंदिर बना ।जिसमें आज भव्य मूर्ति विराजमान है। आज से लगभग 15 साल पहले इस मंदिर को एक संस्थान के रूप में स्थापित किया गया। तभी से संस्था द्वारा अष्टमी पर विशेष माता रानी का पूजन और हवन होता है। इस मंदिर पर आजमगढ़, मऊ, देवरिया ,गोरखपुर सहित विभिन्न जिलों से श्रद्धालुओं में आते हैं और पूजा पाठ करते रहते हैं। यहां सात्विक पूजा एवं बलि पूजा की परंपरा बहुत पुरानी बताई जाती है। आज मंदिर निरंतर विकास की ओर अग्रसर है।