किसान सहकारी चीनी मिल द्वार गन्ने की तौल न करने से परेशान किसानो ने किया प्रदर्शन।
रिपोर्ट:अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख घोसी मऊ।
घोसी। किसान सहकारी चीनी मिल घोसी के परिसर में 18 घन्टे से पेराई की आस में खड़ी किसानो की गन्ना लदी ट्रालियों को चीनी मिल बन्द होने का हवाला देकर चीनी मिल प्रबंधक ने गन्ना तौल न करने की बात कही। इस दौरान चीनी मिल के प्रधान प्रबन्धक शैलेंद्र आस्थाना खुद यार्ड मे रह कर किसानों को गन्ना वापस लेने की बात कहते रहे।जिसे लेकर आक्रोशित किसानो ने प्रदर्शन कर चीनी मिल प्रबंधन पर मनमानी का गम्भीर आरोप लगाया है।सूचना पर पहुँची कोतवाली पुलिस ने किसानो की गन्ना लदी लगभग एक दर्जन ट्रालियों को परिसर से बाहर निकलवा भगा दिया।वार्ता के बाद मिल प्रबंधन ने किसानो के गन्ना पेराई को लेकर लगभग 12 ट्रालियों को 30 किलोमीटर दूर आजमगढ़ के सठियांव चीनी मिल पर भेज कर राहत की सांस ली ।
किसान सहकारी चीनी मिल बीते रविवार को 7 बजे बन्द हो गई। किसानो ने बताया कि हम लोग बचे गन्ने ट्रालियों को लेकर घोसी चीनी मिल में बीते रविवार की शाम 6 बजे पहुँचे। उस समय चीनी मिल द्वारा पेराई के लिये किसानो का गन्ना डंप किया जा रहा था। आरोप है कि कुछ किसानो का गन्ना डंप करने के बाद लगभग डेढ़ दर्जन गन्ना लदी ट्रालियों को वापस जाने के लिये चीनी मिल प्रबंधन तंत्र द्वारा कहा गया। जिसे लेकर किसान आक्रोशित हो गए व काफी देर तक इंतजार करते रहे।बावजूद सोमवार की सुबह 11 बजे तक गन्ना किसानों के गन्ने की पेराई नही हो सकी। जिसे लेकर गरीब समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश बागी के नेतृत्व में आक्रोशित गन्ना किसानो ने चीनी मिल प्रबंधन पर मनमानी का गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। अवधेश बागी ने कहा कि चीनी मिल प्रबंधन ने कहा था कि क्षेत्र के किसानो के पूरे गन्नो की पेराई के बाद ही मिल बन्द होगी।किन्तु गन्ना लाने का बावजूद पेराई न करके किसानो को भगाया व डराया जा रहा है। इस मामले में जब चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक शैलेंद्र आस्थाना एवं मुख्य गन्ना अधिकारी डा वीपी सिंह को फोन करने पर कोई उत्तर नहीं मिला।