अमरावती:दो मासूम बच्चों ने रखा माहे रमजान का पहला रोजा,सैयद खिजर ७सालऔर सैय्यद हसनैन कुरैशी ८साल ने रखा रमजान माह का पहला रोजा
सैयद खिजर कुरैशी, और सैयद हसनैन कुरैशी ने रमजान माह का पहला रोजा बहुत ही धूमधाम से रखा,
अचलपुर संवाददाता सैयद गनी की विशेष रिपोर्ट
अचलपुर अमरावती महाराष्ट्र
(अचलपुर)
दिनांक १५ मार्च २०२४ को अचलपुर फरमानपुरा स्थित निवासी सैयद वसीम कुरेशी के बेटे 7 साल की उम्र में सैयद खिजर कुरेशी, ने माहे रमजान का पहला रोजा रखा वसीम के छोटे भाई मोहसिन कुरेशी के छोटे बेटे सैयद हसनैन ने भी 8 साल की उम्र में रमजान माह का पहला रोजा रखा इन दोनों छोटे मासूम बच्चों ने 15 मार्च को जुम्मे के दिन शाम ६:३७ मिनट पर इफ्तार कर अपना पहला रोजा मुकम्मल किया, बता दे के माहे रमजान का पवित्र महीना शुरू है जिस में (१)एक नेकी के बदले सत्तर ( ७०) नेकिया प्राप्त होती है ऐसे महीने में छोटे मासूम बच्चे भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अपना पहला रोजा रखते हैं15 मार्च के दिन दोनों मासूम भाइयों ने अपना पहला रोजा मुकम्मल किया मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी मात्रा में माहे रमजान के रोजे रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं नमाज व कुरान शरीफ की तिलावत बड़ी मात्रा में की जाती है मार्च महीने की ऐसी चिल चिल्लाती धूप में इन दो मासूम बच्चों ने माहे रमजान का पहला रोजा रखा और मुस्लिम समाज को एक अच्छा संदेश दिया, इस्लाम एक पवित्र धर्म है आसमानी किताब कुराने पाक जिसमें पूरी जिंदगी जीने का तरीका कुरान शरीफ में लिखा हुआ है उसी अमल को देखते हुए आज बहुत ही पानी की प्यास खाने की हाजत को रोक कर मेहनत और मशक्कत के बाद दोनों मासूम बच्चों ने तकरीबन 17 घंटे का अपना पहला रोजा मुकम्मल किया, दोनों मासूम बच्चों के रोजा रखने की खुशी में उसके माता-पिता को परिजनों को माहे रमजान के मासूम बच्चों को पहले रोजा रखने की मुबारकबाद दी जा रही है सैयद खिजर और सैयद हसनैन कुरैशी का पहला रोजा बहुत ही धूमधाम से किया गया जिसमें रोजादारो को आमंत्रित कर इफ्तार पार्टी का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें बच्चे बुजुर्ग दोस्त माता-पिता और परिजनों ने एवं दोस्तों ने मुबारकबाद पेश की,,