भगवान के बाल लीलाकी कथा सुन , हर्षित हुए श्रद्धालु।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
बरहज देवरिया।
स्थानीय नगर पालिका के वार्ड संख्या 17 लवरछीमें चल रहे हैं, श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के,पाचवे दिन आचार्य राघवेंद्र शास्त्री ने भगवान कृष्ण के, बाल लीला की कथा विस्तार से श्रद्धालुओं को श्रवण कराया आचार्य राघवेंद्र शास्त्री ने कहा कि भगवान की माखन चोरी ग्वाल बालों के साथ यमुना तक पर गेंद खेलना, कालिया नाग को नाथ कर उसके फण पर नृत्य करना और पूरे गोकुल वासियों को इंद्र के कोप से बचाना उंगली पर गोवर्धन पर्वत धारण करना, उतना जैसी राक्षसी का वध करना यह सारी लीलाएं भगवान की बाल लीला में ही समाहित है उन्होंने आगे चर्चा करते हुए कहा कि यमुना के तट पर ग्वाल बालों के साथ गेंद खेलते समय गेंद जमुना में चली गई जिसको निकालने के लिए भगवान यमुना में प्रवेश किया तो कालिया नाग की पत्नी ने भगवान कृष्ण को समझने का प्रयास किया भगवान ने मुस्कुराते हुए कालिया नाग को ही नाथ कर उसके फण पर नृत्य करने लगे इसे देखकर गोकुलवासी घबरा गए जिस पर श्री कृष्ण ने कहा घबराने की कोई बात नहीं इन अद्भुत घटनाओं को देखकर सभी आश्चर्यचकित हो जाते थे।कथा के दौरान मुख्य यजमान रविंद्र रावत, श्रीमती फूलमती देवी ,सतीश रावत, उज्जवल प्रताप रावत, केदार रावत, अरविंद रावत ,खड़क बहादुर यादव ,डॉक्टर ओम प्रकाश शुक्ला विनय मिश्रा राधेश्याम तिवारी, आशुतोष दुबे गणेश मिश्र मोहन प्यारे सोनी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।