तीन दिवसीय श्री राम कथा का हुआ शुभारंभ
Three-day Shri Ram Katha Ka Hua begins
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
बारा दीक्षित देवरिया। बरहज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम 12 दीक्षित में विगत 44 वर्षों से निरंतर श्री राम कथा होती चली आ रही है इस वर्ष तीन दिवसीय श्री राम कथा 13 14 और 15 नवंबर निश्चित है 13 नवंबर को कथा का उद्घाटन करते हुए खोड़ा के ग्राम प्रधान, प्रमोद सिंह ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि इस गांव में निरंतर 44 साल से तीन दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन होता चला आ रहा है गांव और क्षेत्र इस कार्यक्रम को कर कर अपने को धन्य मानता है रामचरितमानस प्रबंध समिति के अध्यक्ष के प्रति मुख्य अतिथि ने धन्यवाद ज्ञापित किया।कथा के दौरान बड़ोदरा गुजरात से पधारे हुए दामोदर देव चैतन्य ने कथा के पहले दिन राम जन्म की कथा सुनते हुए कहा कि चक्रवर्ती महाराज दशरथ को तीन पन कोई संतान नहीं हुई, जिसको लेकर महाराज चिंतित रहते थे उन्होंने अपने गुरु वशिष्ठ के वहां जाकर अपने हृदय की पीड़ा को व्यक्त किया जिस पर गुरु वशिष्ठ ने चक्रवर्ती महाराज दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ करने की बात कही चक्रवर्ती महाराज दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ का अनुष्ठान किया और यज्ञ से प्राप्त हुए प्रसाद को तीनों रानियां में बांट दिया जिससे एक नहीं तीनों रानियां से चक्रवर्ती महाराज दशरथ को चार-चार पुत्र प्राप्त हुए पुत्र जन्म की बात सुन महाराज के हृदय में आनंद के हिलोर उठने लगे। गोस्वामी जी महाराज कहते हैं दशरथ पुत्र जन्म सुनि काना, मानहू ब्रह्मानंद समान।आगे उन्होंने नामकरण की चर्चा। वही अयोध्या से पधारे हुए चक्रपाणि जी महाराज में हनुमान जी के विषय पर व्यापक प्रकाश डाला बस्ती से पधारे हुए कथा व्यास उमाकांत ओझा ने भी भगवान के राम जन्म पर अपनी बात कही। इस अवसर पर आयोजक उद्धव प्रसाद दीक्षित,,रविंद्र नाथ दीक्षित, राकेश दीक्षित ,तेज नारायण पांडे, राम प्रताप सिंह, रविंद्र नाथ तिवारी ,राधेश्याम मिश्रा, उदय प्रताप सिंह, तारकेश्वर तिवारी, दीपक तिवारी, मुकेश दीक्षित, लक्ष्मी प्रसाद दीक्षित, परमानंद दीक्षित, विजय बहादुर शर्मा सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे ।