प्रोजेक्ट अलंकार के निर्माणाधीन कार्यों का डीएम ने किया निरीक्षण
निरीक्षण में कार्यदाई संस्था पर गिरी गाज, डीएम ने एफआईआर दर्ज व ब्लैकलिस्टेड करने का दिया निर्देश कार्य धीमी और सही ढंग से जबाब न देने तथा कार्य में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर की गई यह कार्रवाई
भदोही। माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्त द्वारा विगत दिनों नोडल अधिकारी के रूप में स्थलीय निरीक्षण पश्चात् उनके निर्देश के क्रम में मंगलवार को डीएम शैलेश कुमार ने विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर में प्रोजेक्ट अलंकार के निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां पर उनके द्वारा संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
वीएनजीआईसी के एकेडमिक ब्लॉक में वर्ष 2022-23 में प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अन्तर्गत कुल 4 कार्य स्वीकृत हुए थे। जिसमें मल्टीपरपज हाल 48.55 लाख रुपए, प्रयोगशाला 18 लाख रुपए, पुस्तकालय रूपए 18.96 लाख रुपए, शौचालय ब्लॉक्स 15.94 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। डीएम ने निरीक्षण के दौरान जेई से पूछताछ की। कौन सी एजेंसी काम कर रही है। उन्होंने बताया कि कार्यदाई संस्था उ.प्र. श्रम एवं निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड (यूपीसीएलडीएफ) कार्य कर रही है। उक्त कार्यों के लिए प्रावधानित कुल रुपए 101.45 लाख कार्यदाई संस्था को जारी हो चुका है। किन्तु मल्टीपरपज हाल, जो 48.55 लाख रुपए का बनना था। उसमें केवल पिलर खड़े होने पाएं गए हैं। गत 6 माह से कार्य ठप है जो अत्यन्त खेदजनक है। डीएम ने निर्माण कार्य में कार्यदाई संस्था द्वारा धीमी प्रगति व सही ढंग से जबाब न देने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के लिए डीआईओएस अंशुमान को निर्देश दिया। साथ ही कार्य में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर कार्यदाई संस्था को ब्लैकलिस्टेड करने का निर्देश दिए। प्रयोगशाला व पुस्तकालय की छत पड़ गई है, किन्तु आगे कार्य रुका पड़ा है। जबकि शौचालय ब्लॉक्स में अभी छत नहीं पड़ी है। मौके पर मौजूद यूपीसीएलडीएफ के सहायक अभियंता हरेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि ठेकेदार आठ माह से नहीं आ रहा है। उसे कई बार नोटिस जारी की गई। किन्तु जब एई से पूछा गया कि एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराए तो वे निरुत्तर हो गए। यूपीसीएलडीएफ के चीफ इंजीनियर परीक्षित नारायण व एक्सईएन अतुल श्रीवास्तव न तो किसी बैठक में आते हैं और न ही उक्त कार्यों का वे कभी पर्यवेक्षण करते हैं। सहायक अभियन्ता मिर्जापुर मंडल के तीनों जनपदों का प्रभार देख रहे हैं। जो स्वयं असहाय स्थिति में दिखे। वर्ष 2022-23 में स्वीकृत इन कार्यों का अभी तक पूर्ण न हो पाना व शत्-प्रतिशत धनराशि कार्यदाई संस्था द्वारा दबाकर बैठ जाना तथा ठेकेदार पर कोई नियंत्रण न स्थापित करके समय से कार्य पूरा न करा पाना अत्यंत खेदजनक है।
डीएम ने चकसुंदरपुर में बन रहे जल निगम की टंकी का निरीक्षण किया। हिन्चनपुर पाइप पेयजल योजना का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर सीडीओ डॉ.शिवाकांत द्विवेदी, एक्सईएन जल निगम मुजीब अहमद, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेशचंद व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।