शिक्षा विभाग में भ्रष्ट कर्मचारी की नियुक्ति का हो रहा विरोध
There is opposition to the appointment of corrupt staff in the Department of Punishment
हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी
भिवंडी-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के तालुका युवा महासचिव सूरज खरे ने भिवंडी मनपा आयुक्त अनमोल सागर को एक लिखित ज्ञापन में आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की कार्रवाई के बाद निलंबित कर्मचारी को फिर से गैर कार्यकारी काम पर रखने के निर्देश के बावजूद प्रशासन ने मनपा शिक्षा विभाग में निलंबित कर्मचारी को महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपकर उसका समर्थन कर रहा है।
भिवंडी नगर निगम के प्राथमिक शिक्षा विभाग के लिपिक कर्मचारी अविनाथ बुधाजी वारघडे को रिश्वतखोरी विभाग ने एक निजी प्राथमिक स्कूल के संचालन के सिलसिले में एक निजी स्कूल के व्यक्ति से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। इस कार्रवाई के बाद तत्कालीन मनपा आयुक्त ने उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया था। हालांकि, सेवा में शामिल होने के बाद से अविनाश वारघड़े फिर से शिक्षा विभाग में काम कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि रिश्वत लेते पकड़े गए कर्मचारी को जहां गैर-कार्यकारी पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए, वहीं अविनाश वारघडे को भिवंडी मनपा क्षेत्र में निजी सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों और मनपा विद्यालयों के प्राथमिक छात्रों को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली स्कूल पोषण योजना से संबंधित संपूर्ण कार्य सौंपा गया है। इसमें ठेकेदारों द्वारा पोषण आहार की आपूर्ति की निगरानी तथा उनके बिल तैयार कर सरकार को भेजने जैसे वित्तीय मामले भी शामिल हैं। अतः उनके द्वारा पुनः भ्रष्टाचार किये जाने की संभावना होने से इनकार नहीं किया जा सकता।सूरज खरे ने ज्ञापन द्वारा मांग की है कि आयुक्त विभाग के अधिकारी को आदेश दें कि अविनाश वारघड़े को अन्यत्र गैर-कार्यकारी पद पर नियुक्त किया जाए।