जार्ज फर्नांडिस थे स्वदेशी के पक्षधर: हसनैन अंसारी
हिमकिप के प्रांतीय कैंप कार्यालय में उनकी जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन कर अर्पित की गई श्रद्धांजलि
भदोही। नगर के चौरी रोड स्थित हिंद मजदूर किसान पंचायत के प्रांतीय कैंप कार्यालय में मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री, मजदूरों के नेता व प्रखर समाजवादी नेता स्व.जार्ज फर्नांडिस की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में जुटे मजदूर नेताओं व मजदूरों ने उनके चित्र पर कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनको याद किया।
इस दौरान हिमकिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो.हसनैन अंसारी ने कहा कि स्व.जार्ज फर्नांडिस ने अपने कैरियर की शुरुआत पत्रकारिता से की। उसके बाद वे मजदूर नेता बनकर उभरे। उन्हे देश का सबसे ताकतवर मजदूर नेताओं में से एक माना जाता था। उनकी एक आवाज पर करोड़ों की आबादी वाली मुंबई की गतिविधियां सुन्न हो जाया करती थी। उन्होंने कहा कि जार्ज फर्नांडिस लोकतंत्र, मानवाधिकारी, स्वदेशी के पक्ष में और उपनिवेशवाद, गैर बराबरी, परिवारवाद, भ्रष्टाचार, शोषण तथा अन्यान्य के विरुद्ध थे। साल 1974 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल ने उनको विश्व स्तर के मजदूर नेता के रूप में स्थापित किया। श्री अंसारी ने कहा कि आपातकाल में सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए गिरफ्तारी संघर्ष किए। आपातकाल के दौरान राजद्रोह का केस दर्ज हुआ। 1977 का चुनाव मुजफ्फरपुर से जेल से ही लड़कर जार्ज फर्नांडिस ने जीत हासिल की थी। उनके संघर्ष और बहादुरी के चलते आपातकाल के संदर्भ में जेपी के बाद लोग जार्ज फर्नांडिस को ही याद करते हैं।कार्यक्रम में मौजूद सभी मजदूर नेताओं और मजदूरों ने स्व.जार्ज फर्नांडिस के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर वरिष्ठ समाजवादी नेता जमील अहमद सटरु, सनाउल्लाह शाह, वामिक बेग, जावेद सिद्दिकी, बदरे आलम, हाफिज इरफान चिश्ती, हाफिज कुर्बान, मो.हसन, अजहर अली, शाहिद हुसैन, नौशाद हुसैन, राजू गौरी, अतहर अली, इमरान अंसारी व शहरयार अहमद आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।