आजमगढ़:स्नान करते समय घाघरा मे डूबने से दो युवक की मौत परिजनों मे मचा कोहराम क्षेत्र मे छायी मायूसी,दोनो युवक, सेना और पुलिस भर्ती की कर रहे थे तैयारी

Azamgarh: Two youths died due to drowning in Ghaghra while bathing, there was chaos among the family members, gloom prevailed in the area, both the youths were preparing for army and police recruitment

रिपोर्ट:रोशन लाल

आजमगढ़:

आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे में दो युवकों की नदी में डूबने से मौत हो गई। यह घटना रविवार सुबह उस समय हुई जब महुला गांव निवासी सुधांशु राय (20) और धनौली निवासी अभिषेक राय (21) घाघरा नदी में नहाने गए थे। दोनों युवक सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे और प्रतिदिन सुबह कड़ी मेहनत के साथ दौड़-व्यायाम किया करते थे। इस हादसे के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मच गया है।

स्थानीय लोगों की चेतावनी को किया नजरअंदाज

स्थानीय निवासी ज्ञान निषाद ने बताया कि उन्होंने युवकों को गहरे पानी में जाने से मना किया था, लेकिन उत्साह और आत्मविश्वास से लबरेज दोनों युवक नहीं माने। थोड़ी ही देर में दोनों गहरे पानी में फंस गए और डूबने लगे। आसपास मौजूद लोगों ने बचाव का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

200 मीटर दूर से मिले शव

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हुआ और मौके पर गोताखोरों की टीम बुलाई गई। काफी खोजबीन के बाद लगभग सुबह नौ बजे दोनों युवकों के शव घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूर बरामद किए गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रौनापार थाना अध्यक्ष अनुपम जायसवाल और नायब तहसीलदार सगड़ी मौके पर पहुंचे और पंचनामा की कार्रवाई पूरी की गई।

घर के इकलौते चिराग थे दोनों

सुधांशु राय अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था और परिवार की उम्मीदों का केंद्र था। वहीं, अभिषेक राय भी अपने परिवार का इकलौता बेटा था और इन दिनों अपने ननिहाल महुला गांव में अपने मामा जोगिंदर राय के पास रह रहा था। दोनों युवकों की आकस्मिक मृत्यु ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

भर्ती की तैयारी में जुटे थे आठ युवक

परिजनों और साथियों के अनुसार, सुधांशु और अभिषेक एक समूह में रहकर सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे थे। समूह के कुल आठ युवक रोजाना सुबह तीन बजे उठकर रजौली बाग में दौड़ लगाते थे और फिर छह बजे तक घर लौटते थे। यह पहली बार था जब वे नदी में नहाने के लिए गए थे और वही क्षण उनके जीवन का अंतिम बन गया।

समाज के लिए एक चेतावनी

यह घटना सिर्फ दो परिवारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि किस तरह छोटी-सी लापरवाही एक हंसते-खेलते जीवन को खत्म कर सकती है। स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे नदियों और अन्य जलाशयों में सावधानीपूर्वक प्रवेश करें और स्थानीय निवासियों की चेतावनियों को नजरअंदाज न करें।

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