Azamgarh :रघुभूमि से तपोभूमि की यात्रा पंहुची अजमततगढ़
रघुभूमि से तपोभूमि की यात्रा पंहुची अजमततगढ़
अयोध्या धाम से बक्सर तक हो रही तीन दिवसीय यात्रा
इसी मार्ग से श्रीराम गए थे ब्रह्मर्षि की यज्ञ रक्षा करने
लोकजागरण एवं सांस्कृतिक यात्रा पंहुची अजमततगढ़।
रिपोर्टर इंद्रेश राना
सगड़ी आजमगढ़
सगड़ी तहसील क्षेत्र के अजमतगढ़ पहुंची रघु भूमि से तपोभूमि की यात्रा
रघु भूमि से निकली यात्रा पहुंची अजमतगढ़ इसी मार्ग से प्रभु श्री राम महर्षि की यज्ञ रक्षा के लिए गए थे लोक जागरण व सांस्कृतिक जागरण यात्रा पहुंची अजमतगढ़।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को लोक दायित्व के तत्वावधान में रघुभूमि से तपोभूमि की यात्रा अयोध्या धाम से बक्सर तक 11 जून पूर्णमासी को प्रारम्भ हो रही है। यह यात्रा माता सरयू के अवतरण दिवस पर श्री अयोध्या धाम से प्रारम्भ होती है। यात्रा का मार्ग वही होता है, जिस मार्ग से प्रभु राम ब्रह्मर्षि विश्वामित्र के साथ यज्ञ की रक्षा करने गए थे। इस यात्रा में समाज के लगभग सभी वर्गों के लोग सम्मिलित होते हैं। यात्रा संयोजक पवन कुमार ने बताया कि यात्रा अयोध्या से प्रारम्भ होकर बक्सर तक उसी मार्ग से जाती है जिससे प्रभु राम गए हैं तथा यात्रा वहां वहां अवश्य रुकती है जहां प्रभु राम के रुकने न्यूनाधिक प्रमाण है। यात्रा प्रथम दिवस महराजगंज, दूसरे दिन कारों धाम तथा तीसरे दिन बक्सर पहुंच कर विश्राम करेगी दुसरे दिन की यात्रा मालटारी जीयनपुर होते हुए अजमततगढ़ पंहुची ज़हां प्रभु श्री राम की चरण पादुका स्थल पर हरिकिर्तन मंडली ने हरिकिर्तन कर विश्राम किया वहीं प्रभु श्री राम के जयकारों से स्थल गुंज उठा यात्रा में एक रथ सहित लगभग दो दर्जन गाड़ियां रही स्थानीय लोग भी बहुत बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा लिया और जगह जगह यात्रा में पुष्प वर्षा होती रही रामजी की आरती की जाती है। यात्रा में एक संकीर्तन मंडली अलग से चल रही यह मंडली प्रभु राम आगमन स्थलों पर हरिकीर्तन करती हुई चलती है। मार्ग में कुल लगभग 13 स्थल हैं । जहां पर रामजी के रुकने, विश्राम करने, रात्रि शयन आदि का प्रमाण शास्त्रों से मिलता है। इस मार्ग का शोधन करने वाले डॉ. रामावतार शर्मा जी द्वारा शोधित मार्ग पर यह यात्रा तीन दिन में सम्पन्न हो जाती। इस बार भी यात्रा को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह रहा इस दौरान मुख्य रूप से नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय साहनी जयप्रकाश सिंह चंद्रशेखर सिंह सोनू राय राणा सहित दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद रहे।