जहानागंज ब्लॉक में 71 ग्राम पंचायत मात्र 13 सचिवों के भरोसे, ग्रामीण परेशान
ब्लॉक परिसर में दीवाल पर अंकित सचिवों की सूची रोस्टर 2022 का है,सचिवों के नए रोस्टर का कोई अता-पता नहीं जिससे ग्रामीण परेशान
जहानागंज (आजमगढ़)। विकासखंड जहानागंज की 71 ग्राम पंचायतें मात्र 13 पंचायत सचिवों के भरोसे संचालित हो रही हैं, जिससे पंचायत स्तर पर कार्यों की गति प्रभावित हो रही है। हालात यह हैं कि अधिकांश पंचायत सचिव समय पर पंचायत भवन पर उपस्थित नहीं रहते और ब्लॉक मुख्यालय पर ही डटे रहते हैं।परिणामस्वरूप ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक प्रमाणपत्रों के लिए तेज धूप और गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलकर ब्लॉक मुख्यालय आना पड़ता है। इससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार द्वारा निर्धारित समय सारणी के अनुसार सचिवों को सप्ताह में कम से कम दो दिन पंचायत भवन पर उपस्थित रहना चाहिए, लेकिन अधिकांश सचिव इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे पंचायत स्तर पर न तो विकास योजनाओं की जानकारी मिल पा रही है और न ही लोगों को जरूरी दस्तावेज समय से मिल पा रहे हैं।यहां तक की ब्लॉक मुख्यालय पर दीवारों पर अंकित सूची की रोस्टर सन 2022 का अंकित है नए रोस्टर की कहीं भी ब्लॉक मुख्यालय पर अंकित नहीं है जिससे किसी सचिव का ग्रामीणों को पता नहीं चल पाता है कि किस दिन को किस गांव में वह रहेंगे एवं सचिवों का मीटिंग को छोड़कर किसी दिन कहीं भी हस्ताक्षर नहीं कराया जाता है जिससे वह अपने मन मौजी की तरह नौकरी करते है इनको समय से न बैठने के कारण ग्रामीणों को ब्लॉक का चक्कर काटना पड़ता है गांव में न मिलने के कारण ग्रामीण तेज धूप तपन में ब्लॉक मुख्यालय पर चक्कर लगाते हैं उसके बाद भी सचिव नहीं मिलते हैं सभी सचिवों की मिनी सचिव रखे गए हैं वह किसी तरह खर्चा बच्चा लेकर परिवार रजिस्टर जन्म प्रमाण पत्र की नकल देते हैं।जहानागंज ब्लॉक के ग्रामीणों ने जिला अधिकारियों से मांग की है कि सचिवों की संख्या बढ़ाई जाए और उन्हें रोस्टर के हिसाब से पंचायतों पर बैठने के लिए बाध्य किया जाए, और निर्धारित जगह इनका हस्ताक्षर भी होना चाहिए ताकि आम जनता को हो रही परेशानी से राहत मिल सके।इस संबंध में खंड विकास अधिकारी विकास शुक्ला से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की कुछ लोग जाते हैं गांव में कुछ लोग नहीं जाते हैं बार-बार आदेश जारी करने के बाद नहीं जाते तथा दीवाल पर अंकित सचिवों की सूची जो अपडेट करने के लिए एडीओ पंचायत से कह दिया गया है तथा जिले से कुछ काफी परिवर्तन होने वाले हैं इसलिए रह गया है।