अब फेल होरही है हर पार्टियों की तैयारी ,नीजी स्वार्थ के लिए एक पार्टी से दूसरे पार्टी में अनेकों नेताओं का आना जाना जारी
रिपोर्टर:रोशन लाल
जैसे-जैसे चुनाव करीब आते जा रहा है वैसे-वैसे हर पार्टियों की तैयारी फेल होती नजर आ रही है। क्योंकि अपने निजी स्वार्थ के लिए हर पार्टियों के अनेकों नेता अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं ।इसी के तहत मैनपुरी के अंदर समाजवादी पार्टी को उस समय बहुत बड़ा झटका लगा जब उनके दर्जनों दिग्गज नेता सपा की सदस्यता छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए । वहीं जानता भी इन नेताओं की चाल समझ गई है और इन के स्वार्थ वादी होने की जनता के बीच में चर्चा भी जोरों पर होरही है। कि चाहे किसी भी पार्टी का नेता होअगर वह चुनाव के वक्त पर ऐसा कर रहा है तो यह तय है कि वह नेता जनता या देश की सेवा के लिए नहीं बल्कि अपने निजी स्वार्थ के लिए राजनीतिक मैदान में उतरकर फर्जी और झूठी सामाजिकता की पहचान बताकर अपना उल्लू सीधा कर रहा है। अब जरूरत है ऐसे नेताओं को समझना और समझने की पहले जीस पार्टी को गाली दिया करते थेआज वह चुनाव के मौके पर गली देने वाले पार्टी में सम्मिलित होकर देश या समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं। एक छोटा सा उदहारण है कि ?
लोकसभा चुनाव को लेकर दूसरे दलों से कार्यकर्ताओं व नेताओं का भाजपा में आना जारी है। अब भाजपा ने सपा के गढ़ मैनपुरी में सेंध लगाई है। बुधवार को बड़ी संख्या में मैनपुरी के सपा कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि भाजपाई हो गए।उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मोजूद रहे।इसके अलावा, सपा, बसपा और कांग्रेस के नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, पार्षद, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद भी भाजपा में शामिल हो गए।ये नेता भाजपा में हुए शामिल: बसपा के पूर्व सांसद अशोक त्रिपाठी, पूर्व सांसद शीशराम सिंह रवि, सपा की पूर्व उम्मीदवार इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व अध्यक्ष डॉ. ऋचा चड्ढा, पूर्व एमएलसी अनिल कुमार, सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रमणि राय, पूर्व विधायक के बेटे अनूप कुमार सिंह सपा सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र राणा की बेटी प्रियम्वदा राणा भाजपा में शामिल हो गए।