सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से आवागमन हुआ अवरुद्ध। दर्जनों गांव के लोग हुए प्रभावित
जिला संवाददाता,विनय मिश्र, देवरिया।
बरहज बुधवार की रात सरयू नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से दियारा क्षेत्र के लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। विशुनपुर देवार के प्रधान ओम प्रकाश यादव ने बताया की इस वर्ष सरयू नदी का अचानक जलस्तर बढ़ने से हम लोगों के गांव के लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।लोक निर्माण विभाग के तरफ से लगाए गए पीपे का पुल गुरुवार की सुबह से ही हटाया जा रहा है ।ऐसे में यदि गांव में कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे 25 किलोमीटर घूम कर ही बरहज आना होगा। नहीं तो निजी नाव की व्यवस्था करनी पड़ेगी शासन के तरफ से सरजू नदी में नाव की भी कोई व्यवस्था नहीं लगाई गई है।जिससे हम लोगों के गांव के लोग सरयू नदी उस पार बरहज जा सकें।
परासिया देवर के संतोष सिंह ने बताया की शासन के लोग चुनाव कराने में व्यस्त हैं चुनाव बीत जाने के बाद ही हम लोगों के गांव के लोगों को आने-जाने की व्यवस्था शासन के तरफ से की जाएगी नहीं तो हम लोगों को अपने दिन दशा पर छोड़ दिया जाएगा।
विशुनपुर देवार के अशोक यादव ने बताया कि हम लोगों तो जून से ही अंधकार में जीवन जीने को व्यतीत रहते हैं क्योंकि शासन के तरफ से जब सरकारी तंत्र के लोग आते हैं उसे समय व्यवस्थाएं की जाती हैं यहां तक की बरसात के समय में यहां के लोगों के स्वास्थ्य एवं पशुओं के स्वास्थ्य की स्वस्थ होने के लिए लोगों के ख्याल आते हैं। लेकिन या सिर्फ चंद घंटे के लिए होता है जहां पर लोग आते हैं हमारे दिन दशा को सुनते हैं और हम लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर चले जाते हैं।
दुर्गेश यादव ने बताया की शासन के लोग हम सभी की शुधी तो लेते हैं लेकिन वह केवल दिखावा पन होता है बाकी समय में हम लोगों को लोग पूछने नहीं आते सरयू नदी का जल अचानक बढ़ गया है शासन के तरफ से लगाए गए पीपा का पुल हटाया जा रहा है लेकिन हम ग्रामीणों को चलने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
इस संबंध में पूछे जाने पर अवर अभियंता अखिलेश कुमार ने बताया की सरयू नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से परासिया देवार विशनपुर देवार सहित कई गांव का आवागमन बाधित हो गया है। लोगों की सुरक्षा के लिए पीपा पुल हटवाया जा रहा है जिससे किसी प्रकार की जनहानि ना हो सके। सभी लोगों की चुनाव में तैनाती होने के कारण अभी यहां पर लोगों को चलने के लिए सरकार के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं किया गया है चुनाव बाद नाव की व्यवस्था की जाएगी।