संयुक्त किसान मोर्चा का बीड़ा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन
प्राधिकरण के मास्टर प्लान का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा अधिकारी को
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोही। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीड़ा) के मास्टर प्लान के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा बीड़ा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। किसान नेताओं ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन प्राधिकरण के अधिकारी को सौंपा।
इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक इंद्रदेव पाल ने कहा कि बीड़ा की स्थापना जिस उद्देश्य के लिए किया गया था। वह अपने उद्देश्य से भटक गई है। प्राधिकरण के द्वारा सिर्फ व्यवसाय किया जा रहा है। जनता को रोजगार उपलब्ध कराएं जाने के लिए कोई कारखाना उद्योग विकसित नहीं किया गया। ताकि उससे रोजगार का सृजन हो सकें। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की स्थापना के 42 वर्ष बीत गए। लेकिन अभी तक न तो कोई उद्योग विकसित हुआ और न ही भदोही का विकास ही हो सका। अब मास्टर प्लान बनाकर भदोही से 8 किमी की परिधि में किसानों, मजदूरों, बुनकरों एवं आम जनता की बस्तियों तथा कृषि की जा रही जमीनों से उजाड़ने व बेदखल करने का कुचक्र शुरू किया गया है जो अत्यंत दुखद है। श्री पाल ने कहा कि खेती की जा रही जमीनों का अधिग्रहण कत्तई न किया जाए। आबाद बस्तियों को उजाड़ने का कार्य न किया जाए। यदि कहीं खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अधिग्रहण में मकान या कृषि जमीन पड़ रही है तो वर्तमान सर्किल रेट या बाजार रेट जो अधिक हो। उसका चौगुना मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिना पुनर्वास की व्यवस्था किए किसी को भी विस्थापित न किया जाए। किसी किसान की भूमि धोखे से रजिस्ट्री न कराया जाए। 8 किमी दायरे के अंदर जनता के भवन निर्माण में नक्शा पास करने में धांधली न की जाए व जनता को कार्यालय का चक्कर लगाने की प्रक्रिया न अपनाई जाए। श्री पाल ने कहा कि अब तक जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। उनके परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए तथा उन्हें आवास देने की व्यवस्था की जाए।
इस मौके पर रामचंद्र पटेल, रामजीत यादव, पंधारी यादव, भुलाल पाल, सभाजीत, पंधारी यादव, पंचलाल, शोभनाथ यादव, ज्ञान प्रकाश प्रजापति, बनारसी सोनकर, कबूतरा देवी, भानसिंह मौर्य, सुशील श्रीवास्तव, विनोद उपाध्याय, रामजीत यादव, बेचू लाल, राजेंद्र प्रसाद कन्नौजिया, ह्रदय लाल यादव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।