“ये किरदार इसलिए दिलचस्प है क्योंकि इसमें फिल्म इंडस्ट्री की असली परतें दिखती हैं” — सानंद वर्मा वेब सीरीज फर्स्ट कॉपी में अपने किरदार पर
मुंबई:
मर्दानी, रेड, छिछोरे जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय कर चुके और फिलहाल भाभीजी घर पर हैं! में नज़र आ रहे अभिनेता सानंद वर्मा जल्द ही नई वेब सीरीज First Copy में एक खास भूमिका में दिखेंगे। यह सीरीज भारत में फिल्म पाइरेसी के प्रभाव पर आधारित है।
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए सानंद ने बताया, “मैं एक बड़े बॉलीवुड फिल्म प्रोड्यूसर (एहसान ग्रोवर द्वारा निभाया गया) का राइट हैंड मैन हूं। मेरा किरदार उनका सबसे भरोसेमंद आदमी है — जो हर समस्या का हल निकालता है। कहानी में जब प्रोड्यूसर की एक फिल्म, जिसे उन्होंने रिलीज़ भी नहीं किया था, लीक हो जाती है, तो वहां से बड़ा संघर्ष शुरू होता है।”
सानंद आगे कहते हैं, “मेरे ज़्यादातर सीन सीज़न 2 में हैं, लेकिन मेरा आर्क सीज़न 1 से ही शुरू हो जाता है। ये रोल मुझे इसलिए भी पसंद आया क्योंकि इसमें फिल्म इंडस्ट्री की असलियत की कई परतें शामिल हैं — जो आज भी प्रासंगिक हैं।”
फर्स्ट कॉपी की कहानी 80 और 90 के दशक में VHS और VCR के ज़रिए घर-घर पहुंची पायरेटेड फिल्मों पर आधारित है। सानंद बताते हैं कि भले ही वे खुद उस कल्चर का हिस्सा नहीं रहे, लेकिन उन्होंने उसे करीब से देखा है।
“मैंने 90 के दशक में पाइरेसी का असर देखा है। मैंने शायद खुद VCR पर फिल्में नहीं देखीं, लेकिन मैंने मोहल्ले में देखा है कि कैसे लोग किराए पर VCR लाते थे और फिर एक ही घर में 50-100 लोग पूरी रात तीन-तीन फिल्में बैक टू बैक देखते थे।” “वो जोश, वो अंडरग्राउंड फिल्म कल्चर — मैंने उसे जिया है। इसलिए जब ये कहानी मेरे पास आई, तो एक गहरा निजी कनेक्शन महसूस हुआ,” वे कहते हैं।
सानंद ने सीरीज के टाइटल फर्स्ट कॉपी को सरल शब्दों में समझाते हुए कहा, “जैसे ₹5 लाख की असली Rolex घड़ी की नकल ₹5000 में मिलती है, वही ‘First Copy’ है। फिल्म इंडस्ट्री में भी जब कोई थिएटर के लिए बनी फिल्म को चोरी करके घरों तक पहुंचाया जाता है, वो ‘फर्स्ट कॉपी’ होती है। टाइटल उसी हकीकत से जुड़ा है, लेकिन शो खुद एकदम ओरिजिनल है।”
इस सीरीज में स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी अपना एक्टिंग डेब्यू कर रहे हैं। मुनव्वर की तारीफ करते हुए सानंद कहते हैं, “वो बेहद इंटेलिजेंट, मज़ेदार और तेज़ दिमाग़ वाले हैं। ये यकीन करना मुश्किल है कि ये उनका पहला फिक्शनल शो है — वो इतने नैचुरल थे, जैसे 25 साल से एक्टिंग कर रहे हों। बिल्कुल भी घबराहट नहीं थी, पूरी तरह अपने किरदार में डूबे हुए थे।”
“उनके साथ काम करना एक सच्ची खुशी थी। और इस शो की वजह से हमारी गहरी दोस्ती भी हो गई है। मैं उन्हें एक कलाकार ही नहीं, एक इंसान के तौर पर भी बेहद सराहता हूं — उनमें चार्म है, विनम्रता है, और शानदार हास्यबुद्धि है,” सानंद ने अंत में कहा।
फर्स्ट कॉपी न केवल एक मनोरंजक कहानी है, बल्कि सिनेमा की एक ऐसी सच्चाई को सामने लाती है, जो दशकों से पर्दे के पीछे मौजूद रही है — और अब पहली बार उसे खुलकर दर्शकों के सामने लाया जा रहा है।