“हीलिंग भीतर से शुरू होती है”: हीलर पूजा सेठ का मानना है कि चक्र संतुलन समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है
मुंबई:
प्राणिक हीलिंग, चक्र संतुलन और साउंड थेरेपी में विशेषज्ञ पूजा सेठ आधुनिक जीवन में ऊर्जा संतुलन की अहमियत पर ज़ोर देती हैं। उनके अनुसार, हमारे शरीर में मौजूद चक्र ऊर्जा केंद्र होते हैं, जो हमारी भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक स्थिति को प्रभावित करते हैं।
पूजा बताती हैं, “जब आपकी ऑरा प्रभावित होती है या आपके चक्र उल्टी दिशा में घूमने लगते हैं, तो इसका मतलब होता है कि आपके भीतर नकारात्मक ऊर्जा जम चुकी है। यही वो समय होता है जब व्यक्ति चिड़चिड़ा, बेचैन या उदास महसूस करने लगता है — और हीलिंग आवश्यक हो जाती है।”
उनके अनुसार, असंतुलित या अवरुद्ध चक्र कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। “हम अक्सर समझ ही नहीं पाते कि हमारे ऊर्जा तंत्र में कितनी भावनात्मक थकान या तनाव जमा है। जब हम शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ करते हैं — जैसे बार-बार सोचते रहना, थकान, या मूड स्विंग्स — तो यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में भी दिखने लगता है। इससे आत्म-संदेह, प्रेरणा की कमी, यहां तक कि आर्थिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि ऊर्जा रुकावटें जीवन के हर क्षेत्र में ठहराव ला देती हैं।”
तो कैसे जानें कि आपके चक्र असंतुलित हैं? “ये संकेत बहुत मामूली भी हो सकते हैं — जैसे बार-बार चिड़चिड़ाना, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना — या गंभीर भी, जैसे किसी दिशा का न होना या भावनात्मक रूप से पूरी तरह थका हुआ महसूस करना, भले ही बाहरी तौर पर सब कुछ ठीक लग रहा हो। ये संकेत बताते हैं कि आपके चक्र संतुलन में नहीं हैं।”
वो आगे कहती हैं, “लोग अक्सर कहते हैं कि वो खुद को ‘अजीब’ या ‘ठीक नहीं’ महसूस कर रहे हैं। यही अजीब-सा अहसास आपकी ऊर्जा का तरीका होता है आपको सतर्क करने का।” पूजा के अनुसार, चक्र हीलिंग का सबसे गहरा लाभ ये है कि ये अतीत के जख्मों को भी धीरे-धीरे ठीक कर सकता है। “हां, चक्र संतुलन पुराने ट्रॉमा को छोड़ने में मदद करता है। जब हम किसी पीड़ा से गुज़रते हैं और उसे पूरी तरह अनुभव नहीं करते, तो वह भावना हमारे ऊर्जा केंद्रों में — खासकर हार्ट, सक्रल और थ्रोट चक्र में — जमा हो जाती है। हीलिंग सेशन, साउंड थेरेपी और गाइडेड मेडिटेशन के ज़रिए इन ऊर्जा अवरोधों को धीरे-धीरे खोला जा सकता है, जिससे मुक्ति और बदलाव संभव होता है।”
जो लोग थर्ड आई या क्राउन चक्र को सक्रिय करना चाहते हैं, उनके लिए पूजा की सलाह है — “कई लोग सीधे थर्ड आई खोलने की कोशिश करते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि इसके लिए जड़ (रूट) और सक्रल चक्र का स्थिर होना ज़रूरी है। वरना ये भावनात्मक असंतुलन पैदा कर सकता है। शुरुआत सांसों पर ध्यान केंद्रित करने, प्रकृति में समय बिताने और नियमित ध्यान से करें। यह एक क्रमबद्ध यात्रा है, जिसे जल्दबाज़ी में नहीं किया जा सकता।”
पूजा का मानना है कि सच्चा उपचार केवल समस्याएं हल नहीं करता, बल्कि जीवन को जीने के तरीके को बदल देता है। “जब आपके चक्र संतुलित होते हैं, तो जीवन के प्रति आपकी प्रतिक्रियाएं भी संतुलित हो जाती हैं। आप डर या गुस्से से नहीं, बल्कि स्पष्टता, शांति और आत्मबल से जवाब देने लगते हैं। भीतरी हीलिंग रिश्तों, करियर और समग्र खुशियों में सकारात्मक बदलाव लाती है।”
सैकड़ों लोगों को हीलिंग यात्रा में मार्गदर्शन देने वाली पूजा सेठ अंत में एक सीधी लेकिन प्रभावशाली बात कहती हैं — “आपकी असली दौलत आपकी ऊर्जा है। इसकी देखभाल कीजिए, ज़िंदगी आपकी देखभाल खुद करेगी।”