जीवन बचाओ संघर्ष समिति व्दारा उपविभागीय कार्यालय निकाला विशाल मोर्चा
A huge march was taken out by the Jeevan Bachao Sangharsh Samiti at the sub-divisional office.
हिंद एकता टाइम्स भिवंंडी
रवि तिवारी
भिवंडी- भिवंडी शहर व ग्रामीण इलाकों की सड़क़ों की हालत बेहद खराब हो चुकी हैं। चाहे राज्य मार्ग हो या राष्ट्रीय मार्ग अथवा महानगर, व नगर परिषद सभी क्षेत्रों की सड़के जानलेवा सावित हो रही हैं। जिससे कई जाने चा चुकी हैंं। प्रमुख सड़कों सड़कों पर हो रहे हादसेे व अन्य मूल भूत सुविधा को लेकर भिवंडी जीवन संघर्ष ममिति व्दारा भिवंडी अजय नगर स्थित शिवाजी चौक से उपविभागीय कार्यालय तक विशाल मोर्चा निकाल कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।और उपविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौपा।
भिवंडी के आस-पास क्षेत्रों में हो रहे सड़क हादसों के खिलाफ नागरिकों का आक्रोश, देखने को मिला। भिवंडी जीववन बचाओ संधर्ष समिति के बैनर तले एडो,किरण चेन्ने के नेतृत्व में शिवाजी चौक से उपविभागीय कार्यालय तक विशाल मोर्चा निकाल कर विरोध जताया। इस विशाल मोर्चा में धर्मनिरपेक्ष दलों के प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में नागरिक शामिल हुए। सभी दलों के प्रतिनिधियों का एक शिष्ट मंडल उपविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौपा इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एडो, किरण चन्ने ने उपविभागीय अधिकारी से चर्चा के दौरान बताया कि पडघा,से माणकोली कशेली से वाडा,अंजुर फाटा से चिचवली मार्ग की सड़के पिछले कुछ समय से जानलेवा बन गई हैं। सड़क हादसों में सैकडों लोगों ने अपनी जान गवाई है। और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन सड़कों की मरम्मत का काम पूरा नहीं हो रहा है। और ठेकेदार कछुओं की चाल से कार्य कर रहे हैं। एड, किरण चन्ने ने सार्वजनिक बांध किम विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा, कि “आप लोगों को जनता की जान की कोई कीमत नहीं है। खराब सड़क निर्माण की जांच के लिए एसआईटी (SIT) गठित कर जांच की जाए। और सड़कों की मरम्मत जल्द पूरी हो, और मृतकों व घायलों को मुआवजा दिया जाए।” उन्होंने यह भी मांग की कि भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए।अल्हाज बदीउज्जमान खान ने कहा कि थाना रोड और निजामपुरा रोड की हालत अत्यंत खराब है। पिछले ६ माह से ठेकेदारों ने थाना रोड को खोदकर स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों और राहगीरों की जान खतरे में डाल रखी है। वाहन पलट रहे हैं, लोग गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं, और व्यापारियों का कारोबार चौपट हो चुका है। उन्होंने चेतावनी दी कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के जिम्मेदार जान बूझकर लापरवाही बरत रहे हैं, जिससे जनता में गुस्सा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “कहीं ऐसा न हो कि जनता अलकतार लेकर ठेकेदारों और जिम्मेदारों के चेहरों पर पोत दे। जनता के सब्र का इम्तिहान न लिया जाए। “अल्हाज बदीउज्जमां उप विभागीय से मांग की कि भिवंडी की सड़कों का दौरा करें और जांच के आदेश दें। उन्होंने पुलिस विभाग से भी अनुरोध किया कि ठेकेदारों से पूछताछ की जाए कि महानगरपालिका के किन-किन अधिकारियों ने रिश्वत मांगी और उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए।ज्ञापन सौंपते समय एडवोकेट किरण चन्ने, अल्हाज बदीउज्जमान खान, सुनील चव्हाण, मनोज गागे, चंदू बाबा, सभी दलों के अध्यक्ष, और 40 वकीलों की टीम मौजूद थी।डिप्टी कलेक्टर का आश्वासन
डिप्टी कलेक्टर ने निम्नलिखित वादे किए: १५ दिनों में सभी गड्ढों को भरकर सड़क मरम्मत का काम पूरा किया जाएगा।खराब सड़क निर्माण की SIT जांच होगी भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद किया जाएगा १५दिनों के भीतर नदी नाका, वीपी नाका, चाविंद्रा, और नासिक रोड पर “NO ENTRY FOR HEAVY VEHICLES” के बैनर ट्रैफिक विभाग द्वारा लगाए जाएंगे।महानगरपालिका और PWD को पत्र लिखकर जवाब मांगा जाएगा। प्रतिनिधिमंडल को १५ दिनों में सभी जानकारी दी जाएगी।नागरिकों की मांग
नागरिकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। भिवंडी की जनता अब और लापरवाही बर्दाश्त करेगी।