बैतूल:भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी गेहूबारसा से नागाढाना की निर्माणाधीन सड़क विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से हो रहा घटिया निर्माण
मजदूरों की जगह जेसीबी से हो रहा काम विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर चहेतों को टेंडर दिलाने में लगे आरईएस विभाग के अफसर जिला पंचायत सदस्य उर्मिला गव्हाड़े ने कलेक्टर से की शिकायत
मध्य प्रदेश बैतूल से शेख इकबाल की खास रिपोर्ट
बैतूल। प्रभातपट्टन विकासखंड के अंतर्गत पंचायत गेहूबारसा से नागाढाना की निर्माणाधीन सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। विभाग के अधिकारी, इंजीनियर द्वारा सरकारी पैसों की बंदरबांट करने के लिए एक ही ठेकेदार को टेंडर देकर घटिया सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। गेहूबारसा से नागाढाना सड़क मार्ग का जिस ठेकेदार को ठेका दिया गया है उसके द्वारा कोई भी कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं किए गए हैं। सड़क निर्माण में भी लीपापोती की जा रही है।
गेहूबारसा से नागाढाना मार्ग का टेंडर चहेतों को देने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 15, उर्मिला गव्हाड़े ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि तत्कालीन आरईएस विभाग मुलताई की ई.ई. ने वेण्डर प्रक्रिया में अनियमिता की। गेहूबारसा से नागाढाना मार्ग का निर्माण न हो पाने की असली वजह विभाग के आलाधिकारी हैं। अपने चहेतों को मार्ग निर्माण का टेंडर दिलाने की कवायद में लगे अफसर निर्माण को लेकर हुई टेंडर प्रक्रिया में विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर चहेते को टेंडर दिलाने में लगे हुए है। अफसरों की ये चाहत क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। जिला पंचायत सदस्य ने ग्राम नागाढाना सुदूर सडक निर्माण कार्य वि.ख. प्रभात पट्टन की वेण्डर प्रक्रिया में की गई अनियमिता के कारण पुनः नई वेण्डर प्रक्रिया करने की मांग कलेक्टर से की है। जिला पंचायत सदस्य उर्मिला गव्हाड़े ने बताया कि नागाढाना के ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने जिला पंचायत चुनाव जीतने के बाद तत्कालकालीन सीईओ से गेहूबारसा से नागाढाना सुदूर सड़क स्वीकृत करवाई थी। उम्मीद थी कि गुणवत्तापूर्ण सड़क बनेगी, विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से घटिया निर्माण हो रहा है। नागाढाना मे गरीब आदिवासी परिवार निवास करते है। विभाग के इंजिनियर शुभम खरेती द्वारा गांव के मजदूरों को मजदूरी पर नहीं लगाते हुए जेसीबी मशीन से निर्माण कार्य किया जा रहा है।
— तत्कालीन ई.ई. की भूमिका संदिग्ध —
शिकायत आवेदन में जिला पंचायत सदस्य उर्मिला गव्हाड़े ने बताया वि.ख. प्रभात पट्टन के अंतर्गत पंचायत गेहुबारसा से गांव नागाढाना सुदूर सडक निर्माण लिये तत्कालीन आरईएस विभाग मुलताई की ई.ई. कविता पटवा ने ऑफ लाईन टेण्डर प्रक्रिया की थी, जिसमें तीन ही निविदा जमा करवाई बाकी निविदा जमा नहीं की और अपने चहेतों का टेण्डर बना दिया। श्रीमती गव्हाड़े ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने जन सुनवाई में एक माह पूर्व की थी। कलेक्टर से वेण्डर की टेण्डर प्रक्रिया को निरस्त कर पुनः टेण्डर प्रक्रिया करने का अनुरोध किया था, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई। सब इंजीनियर शुभम खरेती पर निर्माण कार्य अमृत सरोवर सड़क निर्माण में अनियमिता के गम्भीर आरोप लगे है। सब इंजीनियर शुभम खरेती के सुपरविजन में जो भी ग्रेवल मार्ग बने वह घटिया गुणवत्ताहीन बने है। चिखलीमाल पंचायत के अंतर्गत रैयतवाडी में निर्माणाधीन अमृतसरोवर के नाम पर लगभग 18 लाख का फर्जी भुगतान करवा दिया, इसकी भी जांच नही की गई, ना ही कोई कार्यवाही की गई। जिला पंचायत सदस्य ने गेहुबारसा से नागाढाना मार्ग टेंडर प्रक्रिया नए सिरे से करने की मांग की।
— डूब क्षेत्र के किसानों ने की मुआवजा की मांग —
जिला पंचायत सदस्य उर्मिला गव्हाड़े, किसान नेता मकरध्वज सूर्यवंशी के नेतृत्व में चकोरा के आदिवासी किसान भी कलेक्ट्रेट पहुंचे। जिला पंचायत सदस्य ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया चकोरा जलाशय में जिन किसानों की जमीन गई उनको अभी तक मुआजवा नही मिला। जलाशय निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया। विगत दो साल से किसान डैम में गई जमीन के मुआवाजा के लिये भटक रहे। किसानों ने जिला पंचायत सदस्य के साथ कलेक्टर कार्यालय जाकर परेशानी से अवगत कराया। मौके पर चकोरा के पूर्व सरपंच भोजराव देशमुख, भाजपा कार्यकर्ता रमेश गव्हाड़े उपस्थित रहे।